प्राइवेट स्कूलों की मनमानी पर लगाए अंकुश, ऐसा हो सांसद
दैनिक जागरण के मेरा शहर-मेरा सांसद कार्यक्रम में बोली महिलाएं तंबाकू पर लगे रोक मध्यम वर्ग की महिलाओं को हो रोजगार का इंतजाम शिक्षा-स्वास्थ्य और सुरक्षा की करे बात।
मैनपुरी, जागरण संवाददाता। प्राइवेट स्कूल बजट बिगाड़ रहे हैं। बच्चों का बैग भारी और अभिभावकों की जेब ढीली की जा रही हैं। स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में भी नए सांसद को पहल करनी चाहिए, जिससे शिक्षा के नाम पर होने वाला पलायन रुक सके। कैंसर का कारक साबित हो रही स्थानीय स्तर पर बनने वाली तंबाकू पर भी रोक लगाने को नए सांसद को आगे आना होगा। ताकि महिलाएं परिवार के संकट से मुक्त हो सके।
सोमवार को दैनिक जागरण के मेरा शहर- मेरा सांसद कार्यक्रम में महिलाओं- युवतियों ने बेबाकी से अपने विचार रखे। शहर के खरगजीत नगर में कार्यक्रम की शुरूआत करते हुए सीमा शुक्ला ने राजनीति में महिलाओं को 33 फीसद आरक्षण दिए जाने की पैरोकारी करते हुए कहा कि ऐसा होने से महिलाओं को लाभ मिलेगा। महिला सांसद उनकी बात को सुनेगी और उस पर अमल भी होगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी दल बात तो करते हैं, लेकिन उसे साकार नहीं करते है। इसी वजह से महिलाओं की बात को कोई नहीं सुनता है।
दिव्या पाठक ने शहर और जिले में संचालित प्राइवेट स्कूलों की शिक्षा के नाम पर अभिभावकों की जेब ढीली करने की बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि आज बेहतर शिक्षा देने के नाम पर ऐसे स्कूल मनमानी फीस वसूल रहे हैं। मुनाफा कमाने के लिए छोटे बच्चों पर किताबों का भारी भरकम बोझ लाद दिया जाता है। मोटी फीस लेकर भी बच्चों को ट्यूशन पढ़ना पड़ता है। सरकारी स्कूल लगातार बदहाल हो रहे हैं।
मधु द्विवेदी ने जिले में सर्वाधिक कैंसर होने की बात करते हुए कहा कि इसके कारक नहीं तलाशे जा रहे हैं। पीड़ित मरीज इलाज के लिए दूसरे शहरों की ओर दौड़ रहे हैं। स्थानीय स्तर पर कैंसर यूनिट शुरू कर जांच का प्रबंध सांसद को करवाना चाहिए। जिला अस्पताल में बेहतर चिकित्सकों का इंतजाम होना चाहिए। सभी अस्पतालों के अलावा बाजार में भी जेनरिक मेडीकल स्टोर शुरू होने चाहिए, जिससे गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों को इसका लाभ मिल सके। बीमारी की जांच के लिए भी अस्पतालों में अच्छी मशीनों का इंतजाम किया जाए।
शकुन दीक्षित ने जिला में मध्यम वर्ग की महिलाओं के लिए रोजगार परक उद्योग विकसित करने की बात को रखा। उन्होंने कहा कि ऐसी शिक्षा भी दी जानी चाहिए, जिससे महिलाएं घरों में ही रहकर कुटीर उद्योग संचालित कर सकें। महिलाओं से जुड़ी सरकारी योजनाओं की जानकारी देने के लिए शिविर लगाए जाएं, उनको अपना काम करने के लिए बैंकों से ऋण और सरकारी मदद दिलवाई जाए।
संजू शर्मा ने रेल सेवा का विस्तार नहीं होने का मुद्दा रखते हुए कहा कि सांसदों ने यहां से चुनाव जीतने के बाद इस ओर ध्यान नहीं दिया। जंक्शन होने के बाद भी यहां स्तरीय सुविधाएं और रेल नहीं हैं। यातायात के साधनों का अभाव होने से भी जिला पिछड़ा हुआ है। रोजगार के साधन नहीं हैं, तो कृषि भी बदहाल है। बिजली विभाग भी उपभोक्ताओं का शोषण करता है। बेसहारा जानवरों का आतंक है, शहर में सफाई व्यवस्था बेहतर नहीं है।