अब कमलेश्वर का साहित्य पढ़ेंगे जेल के बंदी
जिला जेल की लाइब्रेरी में पहुंची साहित्यकार की पुस्तकें।
मैनपुरी, जागरण संवाददाता। प्रख्यात साहित्यकार, सम्पादक एवं दूरदर्शन के पूर्व महानिदेशक कमलेश्वर की स्मृति में जिला कारागार मैनपुरी में 'कमलेश्वर स्मृति पटल' का शुभारंभ हुआ। आगरा परिक्षेत्र के उपमहानिरीक्षक कारागार संजीव त्रिपाठी ने कारागार के पुस्तकालय कक्ष में उनकी पुस्तकें लाइब्रेरी को समर्पित कीं।
कार्यक्रम में जेल उपमहानिरीक्षक आगरा क्षेत्र संजीव त्रिपाठी ने कहा कि भारतीय साहित्य जगत में कमलेश्वर जी का विशिष्ट स्थान है। मैनपुरी जनपद के लिए यह गौरव की बात है कि उनका जन्म यहां हुआ था। यह कारागार का सौभाग्य है कि बंदी इस महान साहित्यकार की कहानियों एवं उपन्यासों को पढ़ सकेंगे। जो उनके अन्दर जीवन के बोध, जीवन की कड़वी सच्चाइयों एवं विभिन्न सामाजिक पहलुओं को समझने का अवसर प्रदान करेगा। डीआईजी ने पुस्तकें उपलब्ध कराने वाले सामाजिक कार्यकर्ता प्रदीप रघुनंदन की भी सराहना की। जेल अधीक्षक हरिओम शर्मा व जेल सुधार कार्यकर्ता प्रदीप रघुनंदन ने कहा कि कारागारों की भूमिका सुधार गृह की होनी चाहिए। जहां बंदी अपने जीवन का पुर्नावलोकन कर फिर से नई शुरूआत कर सकें। कार्यक्रम में जिले के समाजसेवियों द्वारा उपलब्ध कराए गए कंबल और चश्मे बंदियों में वितरित किए गए। कैदियों द्वारा लिखे गए निबंध संग्रह का भी विमोचन किया गया। इससे पहले कैदियों के मध्य कई खेल प्रतियोगिताएं हुई। कार्यक्रम में जिला कारागार के जेलर शिवदास वर्मा, उपजेलर सुभाष चन्द्र पाण्डेय, सरोज वर्मा आदि ने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर कारागार में शीतकालीन क्रीड़ा प्रतियोगिताओं का भी शुभारम्भ किया गया। सैकड़ों की संख्या में बंदियों और कारागार के प्रशासन के लोगों ने कार्यक्रम में सहभागिता की। संचालन जेल शिक्षक बृजेश कुमार ने किया।