बेहतर शिक्षा के लिए इशरत को मिला राष्ट्रीय पुरस्कार
जासं मैनपुरी परिषदीय विद्यालय के एक शिक्षक को उनके शिक्षण कार्य के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए चयनित िकया गया है।
जासं, मैनपुरी : परिषदीय विद्यालय का नाम सुनते ही हमारे मन में जमीन पर बैठे बच्चे और विद्यालय परिसर में फैली गंदगी का चित्र सामने आता है। लेकिन प्राथमिक विद्यालय रजवाना की सूरत इससे बिल्कुल जुदा है। अपने प्रयासों से विद्यालय को एक नई पहचान देने वाले प्रधानाध्यापक इशरत अली ने फिर से अपनी मेहनत का लोहा मनवाया है। बेहतर काम के लिए अब उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
इशरत अली जब विद्यालय में पहुंचे थे, तब यह भी अन्य परिषदीय विद्यालयों की तरह बदहाल था। उन्होंने पहले विद्या की कमियां दूर कराईं। इशरत अली ने अपनी जेब से बच्चों के लिए व्यवस्था कराना शुरू कर दिया। फिर नवाचारों की शुरुआत की। बच्चों के ऑडियो-विजुअल तकनीक से पढ़ाना शुरू किया। इस तकनीक से बच्चों में काफी परिवर्तन नजर आया। इन बेहतर प्रयोगों के लिए उनको 2015 में राज्य पुरस्कार भी मिला था। पुरस्कार में शासन द्वारा 1.20 लाख रुपये की धनराशि दी गई थी। इससे इशरत ने स्कूल में फर्नीचर की व्यवस्था की थी। 2016 में फिर राज्य पुरस्कार और अब राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए चयन किया गया है।