कायाकल्प योजना से बदलेगी स्कूलों की सूरत
मैनपुरी जागरण संवाददाता परिषदीय स्कूलों की सूरत बदलने के लिए अब ग्राम पंचायतों की धनराशि का इस्तेमाल किया जाएगा।
मैनपुरी, जागरण संवाददाता: परिषदीय स्कूलों की सूरत बदलने के लिए अब ग्राम पंचायतों की धनराशि का इस्तेमाल किया जाएगा। 14वें वित्त आयोग की राशि से ग्राम पंचायतें स्कूलों के कायाकल्प की योजना बनाएंगी। 30 सितंबर तक स्कूलों में मूलभूत सुविधाओं को पूरा कराने का लक्ष्य रखा गया है।
बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों को कायाकल्प योजना के तहत संवारा जा रहा है। स्कूलों में बच्चों के लिए जरूरी सुविधाओं को हरहाल में पूरा करने के लिए शासन ने अब ग्राम पंचायतों को जिम्मा दिया है। स्कूल के प्रधानाध्यापक संबंधित ग्राम पंचायत के प्रधानाध्यापक के साथ विद्यालय के कायाकल्प की योजना बनाएंगे। प्रधान को 14वें वित्त आयोग की धनराशि को स्कूल की सूरत बदलने में खर्च करने का मौका मिलेगा। इस बजट से प्रधान व पंचायत सचिव स्कूलों में शुद्ध पेयजल, शौचालय, दिव्यांग, श्यामपट, रसोई घर, चाहरदीवारी निर्माण, स्कूल का सौंदर्यीकरण, रसोई घर का उच्चीकरण, कमरों में टायल्स, हैंडवॉश यूनिट आदि की स्थापना कराएंगे। शासन ने इस काम को 30 सितंबर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है। कायाकल्प योजना के तहत स्कूलों में काम कराने के लिए विभागीय अधिकारियों ने प्रधानाध्यापकों को सक्रिय कर दिया है। बीएसए विजय प्रताप सिंह ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को इस संबंध में जरूरी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। जिन ग्राम पंचायत में प्रधान सहयोग नहीं करेंगे उनकी रिपोर्ट आलाधिकारियों को भेजी जाएगी।