पूजे गए धनवंतरि, कुबेर का आह्वान
धनतेरस पर जहां धनवंतरि की पूजा-अर्चना की गई, वहीं कुबेर हा आह्वान किया गया। शाम को महिलाओं ने घरों के बाहर दीप जलाकर मां लक्ष्मी की भी उपासना की।
मैनपुरी : धनतेरस का पर्व ¨हदू रीति-रिवाज और धार्मिक परंपराओं के अनुसार सोमवार की शाम विधि-विधान से मनाया गया। श्रद्धालुओं ने भगवान कुबेर का आह्वान कर धनवंतरि की उपासना की। घरों की चौखट पर दीप जला माता लक्ष्मी की उपासना की गई।
सुबह से ही तैयारियों में जुटे लोग शाम ढलते ही पूजन कार्य में जुट गए। तिथि के अनुसार शाम को महिलाओं ने पहले माता लक्ष्मी और भगवान कुबेर की मिट्टी की मूर्तियों का पूजन कर आरती उतारी और घर में बनाए गए पकवानों का भोग लगा। पौराणिक कथाओं के अनुसार समुद्र मंथन के दौरान कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को भगवान धनवंतरि अपने हाथों में अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। मान्यता है कि भगवान धनवंतरि भगवान विष्णु के अवतार हैं।
यही वजह है कि धनतेरस के दिन भगवान कुबेर और माता लक्ष्मी के साथ भगवान धनवंतरि का भी पूजन किया जाता है। विधि-विधान से पूजन कर महिलाओं ने घर की चौखट पर एक दीपक यम देवता के नाम से जलाकर उनकी भी उपासना की।