मुठभेड़ में सरगना कबीर सहित पांच शातिरों को पुलिस ने दबोचा
मैनपुरी जासं। पुलिस ने कबीर अली गिरोह का राजफाश कर दिया है। उसके गिरोह में 22 शातिर अपराधी शामिल हैं। पुलिस ने सभी की सूची तैयार कर ली है। गिरोह को पकड़ने की कार्रवाई भी शुरू हो गई है। बुधवार सुबह मुठभेड़ के बाद पुलिस ने सरगना कबीर अली व उसके चार साथियों को गिरफ्तार कर लिया। उसके पांच साथी फरार हो गए। पकड़े गए अपराधियों ने शहर में लूट छिनैती की कई घटनाओं का राजफाश किया है। उनके कब्जे से लूटे गए जेवर मोबाइल फोन दो बाइक कार व अन्य सामग्री बरामद हुई है।
जासं, मैनपुरी: कबीर अली गिरोह में 22 शातिर अपराधी हैं। पुलिस ने सभी की सूची तैयार कर ली है। गिरोह को पकड़ने की कार्रवाई भी शुरू हो गई है। बुधवार सुबह मुठभेड़ के बाद पुलिस ने सरगना कबीर अली व उसके चार साथियों को गिरफ्तार कर लिया। उसके पांच साथी फरार हो गए। पकड़े अपराधियों ने शहर में लूट, छिनैती की कई घटनाओं को कबूला है। उनके कब्जे से लूटे गए जेवर, मोबाइल फोन, दो बाइक, कार व अन्य सामग्री बरामद हुई है।
छह अगस्त की रात बबलू यादव गिरोह ने सिपाही अंकित चौधरी को गोली मारकर घायल कर दिया था। इसके बाद पुलिस को कबीर अली उर्फ इमरान गिरोह के बारे में जानकारी मिली। पुलिस ने बबलू यादव गिरोह के कुछ सदस्यों को जेल भेज दिया, जबकि कबीर अली गिरोह की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक अजय शंकर राय ने टीमें बनाई थी।
बुधवार सुबह पुलिस ने शहर कोतवाली क्षेत्र में खरपरी बंबा के पास बंद पड़े ईट भट्ठे में मौजूद बदमाशों की घेराबंदी की तो उन्होंने पुलिस ने पर गोलियां बरसा दीं। पुलिस ने कबीर अली, सलमान अली उर्फ आकाश निवासीगण महमूद नगर, विक्रांत यादव निवासी क्लासिक वेंकर हॉल के पास आगरा रोड, हेमंत निवासी लाला मठिया शहर मैनपुरी, सुलभ यादव निवासी रुरिया दन्नाहार को गिरफ्तार कर लिया। वहीं उसके साथी शाहिल अली, तौफीक, याबर निवासीगण महमूदनगर मैनपुरी व सलीम निवासी वाटर बक्स खिरिया रोड थाना छत्ता आगरा फरार हो गए। कबीर अली पर उप्र और राजस्थान में करीब दो दर्जन मुकदमे दर्ज हैं।
पुलिस अधीक्षक अजय शंकर राय ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों की तलाशी में तमंचे कारतूस व अलग-अलग स्थानों से लूटा गया माल बरामद हुआ है। बदमाशों ने स्वीकार किया कि उन्हीं का गिरोह शहर में चेन स्नेचिग व मोबाइल छिनैती की घटनाओं को अंजाम दे रहा था। बदमाशों ने स्वीकार किया कि उनके गिरोह में 22 साथी हैं, जो मैनपुरी शहर के अलावा आगरा व अन्य स्थानों के रहने वाले हैं। सभी ने पुलिस को अपने साथियों के संबंध में अहम जानकारियां दी हैं। गिरोह को संरक्षण देने वाले के बारे में भी पुलिस को बताया है।