प्रधान की हत्या कर रकम लूटने को बरसाई थीं गोलियां
हरचंद के प्रधान और उनके साथी पर जानलेवा हमले का राजफाश शिकोहाबाद पुलिस द्वारा पकड़े गए लुटेरों से लगा सुराग दो गिरफ्तार
मैनपुरी, जागरण संवाददाता। डेढ़ माह पहले प्रधान पर हुए जानलेवा हमले के मामले का शुक्रवार को मैनपुरी पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। बदमाशों ने प्रधान और उसके साथी की हत्या कर रकम लूटने के लिए गोलियां बरसाई थीं। हमले में प्रधान और उसका साथी घायल हुए थे। शिकोहाबाद पुलिस द्वारा एक लूट के मामले में पकड़े गए आरोपितों से घटना का सुराग लगा। जिसके बाद मैनपुरी पुलिस ने शुक्रवार को दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।
बीती 13 जून की रात किशनी के ग्राम हरचंदपुर के प्रधान सुखदेव तोमर अपने साथी कल्लन उर्फ अरुण प्रताप के साथ स्विफ्ट डिजायर कार पर गोलियां बरसाई गई थीं। जिसमें प्रधान और उसका साथी घायल हुए थे। एसपी मैनपुरी अजय शंकर राय ने बताया कि बीती 24 जुलाई को शिकोहाबाद पुलिस ने एक लूट के संबंध में बदमाश पकड़े थे। उनमें से धर्मेंद्र राठौर व नरेश राठौर निवासी जलेसर रोड गली नंबर तीन थाना उत्तर शिकोहाबाद ने पूछताछ में खुद के किशनी की वारदात में शामिल होने की जानकारी दी थी। आरोपित ने बताया था कि उसे किशनी की वारदात के लिए पंकज राठौर पुत्र सुरेश चंद्र राठौर व हेमंत राठौर पुत्र राजेश राठौर निवासी निवासी हिमांयूपुर थाना दक्षिण फीरोजाबाद को ने सोनू सिकरवार निवासी कन्नौज से मिलवाया था। ये जानकारी मिलने के बाद मैनपुरी पुलिस तलाश में जुटी थी। शुक्रवार को बिधूना चौराहे पर वाहन चेकिग के दौरान पंकज व हेमंत पकड़े गए। उनके कब्जे से दो तमंचा 315 बोर, पांच जिदा कारतूस बरादम हुए। पूछताछ में पंकज राठौर ने बताया कि वारदात के दिन सोनू ने उसे व हेमंत को छह-सात साथियों के साथ शिकोहाबाद अपने ढाबा पर पहुंचने की बात कही। रात आठ बजे पांच साथियों के साथ देानों ढाबे पर सोनू सिकरवार से मिले। वहां स्विफ्ट गाड़ी की पहचान कराकर कहा गया कि इसमें बैठे दोनों व्यक्तियों को हत्या कर डिग्गी में रखा भारी मात्रा में रुपया लूटना है। इसके बाद गाड़ी करहल होते हुए गांव हरिचंदपुर के तिराहे पर बने ब्रेकर पर स्विफ्ट के धीमा होते ही फायरिग कर दी गई। हमले के बाद गाड़ी की डिग्गी चेक की, लेकिन वहां कोई पैसा नहीं था। इसके बाद सभी वहां से फरार हो गए। एसपी ने बताया कि मामले में शामिल अन्य बदमाशों की तलाश की जा रही है।
घटना के पीछे था लेन-देन के विवाद
पुलिस के मुताबिक सोनू सिकरवार पुत्र वीरपाल बिजली की ठेकेदारी का काम करता है। सोनू व अवनेश अग्निहोत्री निवासी गुलरियापुर के बीच 80-85 लाख रुपए का हिसाब था। इस संबंध में प्रधान सुखदेव तोमर आदि ने सोनू से बातचीत की। तय हुआ कि यदि सोनू 20 लाख रुपए दे दे तो अवनेश का कोई हिसाब नहीं होगा। इसके बाद सोनू कुछ रकम दे भी दी थी। 13 जून को विद्युत विभाग के ठेके से संबंधित पेमेंट आगरा से होना था। जिसे लेने सोनू अपने साथ दाऊ के लड़के सिटू गनर, रामसिंह, मुनीम, शशी कुमार एवं पंकज पुत्र सुरेश चंद्र निवासी हिमायूपुर जनपद फीरोजाबाद के साथ दिनांक 12 जून को आगरा पहुंचा था। वे वहां बिग डैडी होटल में रुके थे, जबकि सुखदेव तोमर व कल्लन होटल विक्रम पैलेस आगरा में रुके थे। पेमेंट न होने पर सुखदेव तोमर ने 10 लाख रुपए तुरंत देने का दबाव बनाया था। इसके बाद ही वारदात की योजना बनी।