ड्यूटी कटवाने को कार्मिक भिड़ा रहे तिकड़म
दूसरे दिन भी विकास भवन में उम्मीद लेकर कार्मिक आते रहे। अब आवेदन नहीं लिए जाएंगे। परिसर में प्रार्थना पत्रों का ढेर लग गया है।
जासं, मैनपुरी
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केस- एक-
गांव मोहम्मदपुर स्थित कंपोजिट स्कूल में तैनात सहायक अध्यापक बाबूराम पंचायत चुनाव में ड्यूटी नहीं करना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने सीडीओ को आवेदन किया है। वजह हार्ट अटैक का आना बताया है।
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केस- दो-
गांव झिझाई के सरकारी स्कूल में तैनात शिवओम सिंह भी पंचायत चुनाव की ड्यूटी करने में असमर्थता जताई है। कहा कि उनकी दोनों किडनी फेल हैं, चिकित्सक का इलाज चल रहा है। सुबूत के लिए उन्होंने चिकित्सीय कागजात भी लगाए हैं।
- त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मतदान को तैनात किए गए कार्मिक अब ड्यूटी कटवाने के लिए तिकड़म भिड़ाने में लगे हैं। स्वजन की बीमारी, गर्भावस्था जैसी बातों को ड्यूटी कटवाने का आधार बनाया जा रहा है। ड्यूटी कटवाने को दिए जा रहे आवेदनों में सर्वाधिक बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों के हैं।
शनिवार को विकास भवन में ड्यूटी कटवाने को कार्मिक आवेदन देने को उमड़ते रहे। हर कोई आवेदन से पहले सीडीओ ईशा प्रिया से मिलकर अपनी व्यथा सुनाने को आतुर नजर आया। यहां दूसरे दिन भी इसके लिए आवेदन दिए गए। सीडीओ ने ऐसे कार्मिकों से कहा कि फिलहाल ड्यूटी कटने की कोई संभावना नहीं है।
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एक को तो दीजिए मुक्ति-
प्राथमिक विद्यालय औडेन्य पड़रिया में शिक्षक अंजना बैस ने ड्यूटी कटवाने को आवेदन दिया है। कहा कि उनको और पति को ड्यूटी पर लगाया है। बच्चों की देखभाल कौन करेगा। देवी रोड स्थित स्कूल की प्रधानाध्यापिका अनीता ने भी यही बात कही है। पूर्व माध्यमिक विद्यालय लौंगपुर की सहायक शिक्षिका ने पति की ड्यूटी लगने से उनको मुक्त करने को कहा है। प्रावि कल्यानपुर की सहायक शिक्षिका भावना यादव ने भी यही बात कही है।
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अब नहीं लिए जाएंगे आवेदन-
विकास भवन में दो दिन कार्मिकों से ड्यूटी कटवाने को आवेदन लिए गए। इस दौरान छह सौ ज्यादा कार्मिकों ने यह आवेदन दिए। अब रविवार से ऐसे आवेदन नहीं लिए जाएंगे।
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चाइल्ड लीव पर, फिर भी लगी ड्यूटी -
दौलतपुर स्थित बेसिक के स्कूल में तैनात सहायक शिक्षिका आस्था चौहान मातृत्व अवकाश हैं, इसके बाद भी उनकी ड्यूटी लग गई। प्रावि नगला तारा की प्रधान अध्यापिका ममता शंखवार ने गर्भावस्था की वजह से चुनाव ड्यूटी कटवाने को आवेदन दिया है।
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आवेदन लिए गए हैं। ड्यूटी कटवाने की वास्तविकता देखी जा रही है। मेडिकल बोर्ड की जांच के बाद बीमारों और अन्य के आवेदन पर विचार होगा। वैसे इस बार ड्यूटी कटना संभव नहीं है।- ईशा प्रिया, सीडीओ।