कागजों में विकास, प्रधान और सचिव ने डकारे 53 लाख
मैनपुरी जासं। प्रधान और सचिव ने कागजों में विकास कराकर ग्राम निधि के 53 लाख रुपये डकार लिए। मनरेगा में भी जेसीबी से काम कराए गए तो प्रधानमंत्री आवास अपात्रों को दिए गए। शौचालय भी अधूरे पड़े हुए हैं।
जासं, फोटो: प्रधान और सचिव ने कागजों में विकास कराकर ग्राम निधि के 53 लाख रुपये डकार लिए हैं। मनरेगा में भी जेसीबी से काम कराए गए तो प्रधानमंत्री आवास अपात्रों को दिए गए। शौचालय भी अधूरे पड़े हुए हैं।
ऐसे आरोप लगाते हुए ग्राम पंचायत ईसई माझपाटी के ग्रामीणों ने सोमवार को डीएम से शिकायत की। ग्रामीण सर्वेश कुमार, रईस पाल, विनोद, गीतम सिंह, राजू, प्रमोद कुमार, हरविलास, सुबोध के अलावा दूसरे ग्रामीणों का आरोप था प्रधान अर्चना देवी और सचिव अवनीश यादव ने ग्राम पंचायत के विकास के लए ग्राम निधि खाते में आए 53 लाख रुपये की धनराशि को डकार लिया है।
ग्रामीणों का आरोप था कि प्रधान और सचिव ने मनरेगा का काम जेसीबी से करा कर भुगतान श्रमिकों के खातों में कराकर खुद हासिल कर लिया। पंचायत में प्रधानमंत्री आवास भी अपात्रों को दिए गए हैं तो शौचालय भी पूर्ण नहीं कराए गए हैं। ईसई खास में दो जगह आरसीसी का निर्माण कराया गया है, वहां पर सीसी की मोटाई एक से डेढ़ इंच की है, लेकिन काम के बदले मोटी रकम निकाली गई है। इसके अलावा कई काम नहीं कराए गए हैं।
अवनीश के घर से तालाब तक नाली निर्माण तो हुआ ही नहीं है, जबकि मुख्य सड़क से प्रमोद के घर तक इंटरलॉकिग निर्माण का काम कागजों में कराया है। प्राइमरी और जूनियर हाईस्कूल की चाहरदीवारी का नया काम तो कराया गया नहीं, लेकिन मरम्मत का काम करके इसे नया काम दर्शाकर रकम निकाली गई है। डीएम ने ग्रामीणों की शिकायत पर सीडीओ को समिति बनाकर जांच के निर्देश दिए हैं।