Move to Jagran APP

मां-बेटी की हत्या से खुली पुलिस सतर्कता की पोल

देर रात हुआ शवों का अंतिम संस्कार तनावपूर्ण शांति परिजनों को सता रहा फिर हमले का डर सुरक्षा को पुलिस तैनात।

By JagranEdited By: Published: Sun, 14 Apr 2019 10:04 PM (IST)Updated: Sun, 14 Apr 2019 10:04 PM (IST)
मां-बेटी की हत्या से खुली पुलिस सतर्कता की पोल
मां-बेटी की हत्या से खुली पुलिस सतर्कता की पोल

मैनपुरी, जासं। मां-बेटी की हत्या से पुलिस सतर्कता की पोल खुल गई। घटना के बाद हमलावर तमंचा लहराते हुए आसानी से निकल गया। लेकिन, चुनाव को लेकर अलर्ट पुलिस भी उसे नहीं पकड़ सकी। घटना के दूसरे दिन भी हमलावर पुलिस की गिरफ्त से दूर है। आरोपित फरार होने से पीड़ित परिवार दहशत में है। उन्हें फिर से हमला होने का खतरा बना हुआ है। वहीं गांव के लोगों में घटना को लेकर आक्रोश बना हुआ है।

loksabha election banner

भोगांव क्षेत्र के गांव नरसिंहपुर निवासी सीता देवी व उनकी पुत्री माधुरी की शनिवार सुबह खेत में काम करते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना के पीछे एकतरफा प्रेम की बात सामने आई थी। चुनाव को लेकर पुलिस सतर्क होने का दावा कर रही है। लेकिन, इस घटना के बाद मौके से आरोपित के निकल जाने व दूसरे दिन भी पकड़े न जाने से पुलिस की सतर्कता की पोल खुल गई है।

ग्रामीणों के मुताबिक, हत्यारोपित घटना को अंजाम देने के बाद पैदल टहलते हुए भाग गया था। घटना के कुछ देर बाद पुलिस भी आ गई, लेकिन हत्यारोपित को पकड़ने की जहमत नहीं उठाई। पुलिस अधीक्षक ने टीमें गठित की। उसके बाद ही पुलिस सक्रिय हुई। ग्रामीणों के मुताबिक थाना पुलिस ने अगर घटना के बाद तत्काल कार्रवाई की गई होती तो आरोपित को पकड़ा जाना संभव था। क्योंकि वह घटना को अंजाम देने के बाद अधिक दूर नहीं जा पाया होगा।

वहीं घटना के बाद गांव में तनाव पूर्ण सन्नाटा पसरा हुआ है। आरोपित के फरार हो जाने से परिजनों को फिर से हमले का डर सता रहा है। परिवार की सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है। शनिवार शाम पोस्टमार्टम बाद सीता देवी का शव गांव पहुंच गया था। लेकिन, माधुरी का शव इटावा में पोस्टमार्टम होने के चलते देर रात तक पहुंचा। रविवार सुबह मां-बेटी के शवों का अंतिम संस्कार किया गया। बॉक्स :

पीट-पीटकर हत्या में तीन नामजद

थाना एलाऊ के गांव जटपुरा निवासी असर्फी देवी परिजनों के साथ शनिवार को शीतला देवी मंदिर में नेजा चढ़ाने गई थी। तभी कुछ लोगों में झगड़ा हो गया। असर्फी देवी का पुत्र राहुल बीच बचाव करने गया तो राहुल पर हमला कर दिया गया। यह देख असर्फी देवी राहुल को बचाने पहुंची तो हमलावरों ने उनकी भी बेरहमी से पिटाई कर दी। वे बुरी तरह घायल हो गई। कुछ देर बाद ही उनकी मौत हो गई। घटना की रिपोर्ट सोबरन सिंह ने राजवीर, जयवीर व अवधेश निवासीगण नगला गहियर कोतवाली मैनपुरी के खिलाफ दर्ज कराई है। पुलिस हमलावरों को गिरफ्तार नहीं सकी है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.