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शहर में उफनते सीवर, बिफरते लोग और प्रत्याशी खामोश

मैनपुरी जासं। जलभराव शहर की सबसे बड़ी समस्या है। महानगरों की तर्ज पर सीवर लाइन तो बिछा दी गई लेकिन सीवेज ट्रीटमेंट के लिए व्यवस्था न हुई। हाल देखिए सीवर लाइन पूरी तरह से चोक है। सफाई के नाम पर लाखों रुपये फूंक दिए लेकिन स्थितियों में कुछ भी बदलाव न हुआ। बारिश के दिनों में बैक फ्लो एक बड़ी समस्या बन चुकी है। दर्जनों मुहल्ले इस समस्या से जूझ रहे हैं। हर साल जल निकासी की व्यवस्था को लोग सड़क पर उतरते हैं लेकिन जन प्रतिनिधियों ने इस बड़ी समस्या को न तो चुनावी मुद्दा बनाया और न ही समाधान के लिए कोई प्रयास हो सके। लगभग

By JagranEdited By: Published: Tue, 16 Apr 2019 10:17 PM (IST)Updated: Tue, 16 Apr 2019 10:17 PM (IST)
शहर में उफनते सीवर, बिफरते लोग और प्रत्याशी खामोश
शहर में उफनते सीवर, बिफरते लोग और प्रत्याशी खामोश

जासं, मैनपुरी : उफनते सीवर और जलभराव शहर की सबसे बड़ी समस्या है। महानगरों की तर्ज पर यहां सीवर लाइन तो बिछा दी गई लेकिन सीवेज ट्रीटमेंट के लिए व्यवस्था न हुई। सीवर लाइन पूरी तरह से चोक है। सफाई के नाम पर लाखों रुपये फूंक दिए लेकिन राहत नहीं मिली। बारिश के दिनों में बैक फ्लो होता है। 2009 से शहर के दर्जनों मुहल्ले इस समस्या से जूझ रहे हैं। लोगों ने आक्रोश है, लेकिन उनकी आवाज को अनसुना किया जा रहा है। जन प्रतिनिधियों ने इस समस्या को न तो चुनावी मुद्दा बनाया और न ही समाधान के लिए कोई प्रयास किए। लगभग 80 करोड़ के इस प्रोजेक्ट में बडे़ स्तर पर लापरवाही हुई।

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जलभराव की चपेट में ये मुहल्ले:

शहर के मुहल्ला देवपुरा, नगला रते, राजीव गांधी नगर, नगरिया, ककरइया, महमूदनगर, आगरा रोड, रामलीला मैदान, हंसनगर, खरपरी, ट्रांसपोर्ट नगर, कांशीराम कॉलोनी आजार नगर, मुहल्ला अग्रवाल, नगला कीरत, संसारपुर सहित दो दर्जन से ज्यादा मुहल्ले जलभराव से जूझ रहे हैं। दर्जन भर से ज्यादा इलाके बैक फ्लो की चपेट में

मुहल्ला आवास विकास कॉलोनी, देवपुरा, हरिदर्शन नगर, पंजाबी कॉलोनी, स्टेशन रोड, राधा रमन रोड, हंस नगर कॉलोनी, महमूदनगर, आगरा रोड, कचहरी रोड सहित दर्जन भर से ज्यादा कॉलोनियां बैक फ्लो की चपेट में हैं।

पालिका के पास नहीं ट्रेंड कर्मचारी: सीवर लाइन के मेनहोल 35 से 40 फुट गहरे हैं। इतनी गहराई में उतरकर सिल्ट की सफाई करने के लिए पालिका प्रशासन के कर्मचारी हिम्मत नहीं भरते। लिहाजा, सफाई के लिए मेरठ और बुलंदशहर से ठेके पर एक्सपर्ट सफाई कर्मियों की टीम को बुलाकर भांवत चौराहा से क्रिश्चियन तिराहा तक मुख्य सड़क के लगभग आधा सैकड़ा मेनहोल की सफाई कराई गई थी। बावजूद इसके बैक फ्लो की दिक्कत दूर न हुई।

ये है सीवर से पैदा हुईं बड़ी समस्याएं: हर साल बारिश में जल निकासी न होने के कारण सड़कों से लेकर गलियों में जलभराव होता है।

- घरों के शौचालय के कनेक्शन भी मेनहोल से किए गए हैं। बैक फ्लो की वजह से शौचालय की गंदगी घरों में भर रही है।

ठेके पर कराए गए कनेक्शन के काम से नालियां पूरी तरह से जाम हो चुकी हैं।

मेनहोल गंदगी से फुल हैं। जिसकी वजह से सीवर का गंदा पानी सड़कों पर भर रहा है।


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