काली नदी में नौका विहार करेंगे विदेशी श्रद्धालु
जसराजपुर राजघाट और संकिसा में श्रद्धालुओं को मिलेंगी विश्व स्तरीय सुविधाएं पर्यटन मंत्री ने जल्द सर्वे कराने का दिया भरोसा
संसू, भोगांव: भगवान बुद्ध से जुड़े संस्मरण की याद ताजा करने जसराजपुर राजघाट और संकिसा आने वाले विदेशी श्रद्धालुओं को विश्व स्तरीय सुविधाएं मिलेंगी। इन दोनों पर्यटन स्थलों के मंदिरों का विकास करने के लिए जल्द पर्यटन विभाग की टीम कार्ययोजना बनाने आएगी।
भगवान बुद्ध ने संकिसा में अभिधम्म का ज्ञान पहली बार उपासकों को दिया था। पुरातनकाल से संकिसा और आसपास के गांवों में बौद्ध धर्म से जुड़े ऐतिहासिक तथ्य मिलते रहे हैं। फर्रुखाबाद जिले के संकिसा और मैनपुरी के गांव जसराजपुर राजघाट पर विदेशी श्रद्धालु जरूर आते हैं। जसराजपुर में दुनिया का सबसे ऊंचा अशोक गज स्तंभ, कंबोडियन मंदिर व बौद्ध विहार आकर्षण के केंद्र हैं।
प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृत मंत्री जयवीर सिंह को जसराजपुर और संकिसा के विकास के लिए बाईवीएस राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश बौद्ध, महासचिव भंते डा. उपनंद थैरो ने इस संबंध में छह सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। मंत्री ने संकिसा और जसराजपुर में जरूरी विकास कराए जाने एवं जल्द टीम भेजकर सर्वे कराने का भरोसा दिया है। यहां आने वाले विदेशी श्रद्धालुओं को काली नदी के तट पर नौकायन कराने के लिए नदी के दोनों किनारों को विकसित करने का प्रस्ताव है। इसके अतरिक्त बौद्ध विहारों के आसपास आधुनिक तकनीक वाले शौचालय बनाने के लिए मंथन किया जाएगा। पार्षदों ने खोला पालिकाध्यक्ष और ईओ के खिलाफ मोर्चा
जागरण संवाददाता, मैनपुरी: नगर पालिका में अध्यक्ष और अधिशासी अधिकारी के साथ पार्षदों का टकराव खत्म नहीं हो रहा है। मंगलवार को करीब दो दर्जन पार्षदों ने एडीएम रामजी मिश्र को ज्ञापन सौंप अध्यक्ष और अधिशासी अधिकारी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए।
पार्षदों ने आरोप लगाया कि नजूल की जमीनों को लेकर पूर्व में निर्णय हुआ था कि बिना डीएम की अनुमति के कोई प्रस्ताव नहीं लाया जाएगा। लेकिन, बिना अनुमति लिए ही प्रस्ताव पास हो रहे हैं। अपने चहेतों को नजूल की जमीन पर कब्जे कराए जा रहे हैं। पार्षदों ने अध्यक्ष मनोरमा और अधिशासी अधिकारी लालचंद भारती पर विभिन्न कार्याें के मनमाने ठेका देने और 50 से 60 फीसद कमीशन लेने के आरोप लगाए। साथ ही ट्यूबवेल रिपेयरिग के नाम पर फर्जी बिल पास करने के भी आरोप लगाए हैं। मांग की है कि अगली बोर्ड बैठक के लिए प्रशासनिक अधिकारी की नियुक्त की जाए।
ज्ञापन देने वालों में दीपू गोस्वामी, निर्दोष यादव, अहलकार सिंह, पुष्पा देवी, तेजप्रताप, मालती देवी, धनेश वर्मा, प्रवीन राजपूत, ब्रजेश कठेरिया, संजय कुमार, कमलेश राठोर, राजेंद्र सिंह, रामादेवी, संध्या देवी, रविप्रकाश, विशंभर सिंह, निशांत जैन, अनुभव सक्सैना, सुभाष कश्यप, लक्षमी, शिवऔतार, दीपक सिह, आदि शामिल थे।