लिफ्ट में फंसे पालिका के कर्मचारी, मची अफरातफरी
आठ मिनट तक अटकी रहीं सांसें चाबी मंगाकर निकाला बाहर पालिका में लगी है लिफ्ट बिजली गायब होने पर नहीं चलता है जेनरेटर।
मैनपुरी, जागरण संवाददाता। मंगलवार को नगर पालिका कार्यालय में लगी लिफ्ट में चार कर्मचारी अचानक बिजली गायब होने के चलते फंस गए। आठ मिनट तक उनकी सांसें अटकी रहीं। इससे अफरातफरी मच गई। बाद में इमरजेंसी चाबी मंगाकर उन्हें बाहर निकाला जा सका।
पूर्व चेयरमैन साधना गुप्ता ने अपने कार्यकाल में नगर पालिका परिसर में लिफ्ट की सुविधा उपलब्ध कराई थी। इसके इमरजेंसी संचालन के लिए जेनरेटर की व्यवस्था भी कराई गई। लेकिन, वह आज तक चला ही नहीं। मंगलवार दोपहर पालिका के कुछ कर्मचारी लिफ्ट में सवार हुए। एक तल ही आगे बढ़ी कि तभी अचानक बिजली गुल हो गई। चार कर्मचारी लिफ्ट में ही फंस गए। देर तक जब बिजली नहीं आई तो अंदर फंसे कर्मचारियों ने फोन करके साथियों की मदद मांगी। आनन-फानन में दूसरे कर्मचारियों ने परिसर में ही दुकान चला रहे चाय वाले को बुलाया। आठ मिनट बाद इमरजेंसी चाबी की मदद से लिफ्ट को खोलकर कर्मचारियों को बाहर निकाला गया। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान लिफ्ट के लिए खरीदे गए जेनरेटर को चालू भी नहीं किया गया। अधिशासी अधिकारी मनोज रस्तोगी का कहना है कि लिफ्ट सरकारी खर्च पर बनाई गई है। जेनरेटर भी मंगाया गया है, लेकिन पालिका के कुछ कर्मचारियों की मनमानी की वजह से समय पर जेनरेटर नहीं चलाया जाता है। दोबारा ऐसा न हो, इसके लिए ऑपरेटर की जिम्मेदारी निर्धारित कर दी गई है।