युवाओं को उच्च शिक्षा और रोजगार दिलाने वाला हो सांसद
दैनिक जागरण के मेरा शहर- मेरा सांसद कार्यक्रम में बोले युवा भ्रष्टाचार शिक्षा में नकल और आतंकवाद पर लगे लगाम।
मैनपुरी, जागरण संवाददाता। बेहतर शिक्षा का जिले में अभाव है। कोचिग सेंटर मानकों के विपरीत खोले जा रहे हैं, छात्रों को सब्जबाग दिखाकर लूटा जा रहा है। यातायात के संसाधन कम हैं तो पर्यटन में जिला शून्य है। भ्रष्टाचार, आतंकवाद और शिक्षा में नकल पर कड़ाई से प्रतिबंध लगाने की इच्छा रखने वाला युवा नए सांसद से जिले में शिक्षा और रोजगार की बेहतरी चाहता है।
यह लब्बोलुआव मंगलवार को दैनिक जागरण के मेरा शहर- मेरा सांसद में छात्रों से बातचीत के दौरान सामने आया। आज का युवा वोट करने को आतुर है तो इसके लिए दूसरों को भी प्रेरणा देने को उत्सुख दिखता है। शहर के स्टेशन रोड स्थित अमेरिकन इंस्टीट्यूट में आयोजित कार्यक्रम में शिक्षक भानु प्रताप सिंह ने आतंकवाद और भ्रष्टाचार को विकास में बाधक बताया। शेखर कुशवाह ने शहर में संचालित कोचिग सेंटर पर लगाम कसने की जरूरत बताते हुए कहा कि ऐसे सेंटर छात्रों का दोहन कर रहे हैं। ऊंचे सपने दिखाकर छात्र और अभिभावकों का शोषण किया जा रहा है।
राहुल कुमार ने जिले में बेहतर शिक्षा के अभाव की बात रखते हुए कहा कि यहां इस क्षेत्र में कुछ नहीं हुआ। बेहतर शिक्षा हासिल करने के लिए यहां के छात्र दूसरे जिले और राज्यों को पलायन करते हैं। इस क्षेत्र में जिला काफी पिछड़ा हुआ है। वैशाली गुप्ता ने माध्यमिक और सीबीएसई में एनसीआरटी कोर्स नहीं पढ़ाने की बात करते हुए कहा कि आज सभी ऐसे स्कूल निजी प्रकाशकों की किताबें लगाकर शोषण कर रहे हैं। रिया दीक्षित ने तो सरकारी स्कूल में शिक्षकों के अभाव को शिक्षा के विकास में रोड़ा बताया। विनय कांत ने कहा कि निजी स्कूलों में भी गैर योग्यता वाले शिक्षकों की भरमार है, कोई शासन- प्रशासन और अधिकारी ध्यान नहीं देते हैं।
राहुल कुमार ने बोर्ड परीक्षाओं में नकल रोकने के दावों को दिखावा बताते हुए कहा कि सीसीटीवी कैमरे परीक्षा के अलावा शिक्षण के दौरान चलने चाहिए। इनकी सीडी भी चेक करनी चाहिए, जिससे यह पता चल सकेगा कि शिक्षक पढ़ाते भी हैं कि नहीं। दीप्ती गुप्ता का कहना था कि जिले में उच्च शिक्षा का अभाव होने से प्रतिभाएं दम तोड़ रही हैं। आर्थिक अभाव में गरीब और मध्यम वर्ग के छात्र बाहर पढ़ने के बजाय दर-दर भटकते रहते हैं। योगेश और अर्पित चौहान ने कहा कि जिले में पर्यटन का अभाव है, समान पक्षी विहार उपेक्षित पड़ा है। इसके अलावा और भी पर्यटन के केंद्र बेकार पड़े हैं, किसी जनप्रतिनिधि ने इस पर ध्यान नहीं दिया है। जया गुप्ता ने रेलवे की उपेक्षा पर ध्यान जताते हुए कहा कि यहां से आगरा-इटावा को नियमित ट्रेन चलें तो बड़े महानगरों के लिए भी सेवा शुरू हो। शिल्पी गुप्ता ने रोजगार के साधनों की कमी को जिले के विकास में कलंक बताया। सिद्धार्थ श्रीवास्तव ने शराब और तंबाकू पर पूर्ण प्रतिबंध की बात रखी। शिल्पी गुप्ता ने भी जिले में बड़े और छोटे उद्योग नहीं होने को रोजगार की वजह बताया।
प्रेमवीर सिंह ने सरकारी अस्पतालों में चिकित्सक और सुविधाओं की कमी पर चर्चा बढ़ाते हुए कहा कि ऐसी सुविधाओं के अभाव में गरीब और मध्यम वर्ग इलाज कराने में असमर्थ होता है। प्राइवेट इलाज उसे बर्बाद कर देता है। तंबाकू और रासायनिक तत्वों को कैंसर का जिम्मेदार बताते हुए अर्पित कुमार ने कैंसर यूनिट नहीं खुलवा पाने के लिए जनप्रतिनिधियों को जिम्मेदार बताया। पंकज कुमार ने भी कृषि आधारित उद्योगों के अभाव को जिला के विकास के लिए जिम्मेदार बताया। वैभव दुबे और नितिन प्रताप सिंह ने शिक्षा के साथ रोजगार के साधन विकसित करने को काम करने वाले सांसद की जरूरत बताई।