डीएम ने कराई सड़क की नाप
जागरण संवाददाता, मैनपुरी : किशनी में निर्माणाधीन अग्निशमन केंद्र के भवन का निर्माण दस साल ब
जागरण संवाददाता, मैनपुरी : किशनी में निर्माणाधीन अग्निशमन केंद्र के भवन का निर्माण दस साल बाद भी पूरा नहीं हुआ। हाल ये है कि लागत की रकम पूरी खर्च कर दी गई, लेकिन निर्माण अभी भी आधा ही हो सका। 1.46 करोड़ शासन से फिर मांग लिए गए। भवन निर्माण में इस कदर अनियमितता बरती गई कि पूरा बनने से पहले ही उसमें खराबी आने लगी है।
बुधवार को जिलाधिकारी प्रदीप कुमार ने किशनी में निर्माणाधीन अग्निशमन केंद्र का जायजा लिया। वर्ष 2007-08 में एक करोड़ 5 लाख रुपये की लागत से भवन का निर्माण शुरू हुआ था। इसमें 51.16 लाख से अनावासीय और 54.25 लाख से आवासीय भवन का निर्माण किया जाना था। पूरी रकम भी खर्च हो गई। इसके अलावा फिर से लागत निर्धारित कर शासन से 1.46 करोड़ रुपये मांगे गए। जिलाधिकारी निर्माण कार्य की हालत देख दंग रह गए। जो बाउंड्रीवाल बनाई गई थी, वह कई स्थानों से टूट गई है। ऊसर भूमि होने के बाद भी यहां साल्ट पीटर ट्रीटमेंट नहीं कराया गया। जिससे पूरे भवन में नोना लग गया। जिलाधिकारी ने अवर अभियंता से पूरा ब्यौरा तलब किया।
जिलाधिकारी ने इसके अलावा 45.97 लाख की लागत से किशनी-रामनगर मार्ग से रठेह-¨सहपुर मार्ग पर 5.8 किलोमीटर के कार्य का जायजा लिया। उन्होंने 11.32 लाख की लागत से किशनी-रामनगर से पहाड़पुर मार्ग पर कराए गए विशेष मरम्मत के कार्य का भी जायजा लिया। जिलाधिकारी ने प्राथमिक विद्यालय कत्तरा में पसरी गंदगी, शौचालय में पानी का इंतजाम न होने पर नाराजगी जताई। इस पर प्रधानाध्यापिका ¨रकी को भी चेतावनी दी और सफाई कर्मी अहिबरन का वेतन रोके जाने के निर्देश दिए। यहां अधिकांश बच्चे ड्रेस में नहीं थे।