मेडिकल कॉलेज को टीम ने किया अस्पताल का सर्वे
मैनपुरी जासं। पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज की अनुमति मिलने के बाद शासन की टीम ने मैनपुरी पहुंचकर अस्पतालों में मानकों का मुआयना किया। छह घंटों तक रुककर व्यवस्थाओं की पड़ताल की। सर्वे से संतुष्ट अधिकारियों ने यह कहकर उम्मीद बंधा दी कि यहां वह सब कुछ है जो एक मेडिकल कॉलेज के लिए जरूरी होता है। टीम अब अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपेंगी।
जासं, मैनपुरी : पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज की अनुमति मिलने के बाद शासन की टीम ने मैनपुरी पहुंचकर अस्पतालों में मानकों का मुआयना किया। छह घंटों तक रुककर व्यवस्थाओं की पड़ताल की। सर्वे से संतुष्ट अधिकारियों ने यह कहकर उम्मीद बंधा दी कि यहां वह सब कुछ है जो एक मेडिकल कॉलेज के लिए जरूरी होता है। टीम अब रिपोर्ट शासन को सौंपेंगी।
मुख्यमंत्री ने 15 जिलों के साथ मैनपुरी में भी मेडिकल कॉलेज खोले जाने की बात करते हुए खाली जमीन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे। 28 फरवरी को पत्र मिलने के बाद से ही विभागीय टीमें खाली सरकारी जमीन की तलाश में जुट गईं। भोगांव में रुई के पास जमीन की तलाश पूरी कर शासन को उसकी जानकारी भेज दी गई है। सोमवार को दोपहर एक बजे शासन द्वारा भेजी गई टीम कानपुर के रावेंद्र दुबे के नेतृत्व में जिला अस्पताल पहुंची।
यहां अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लेने के बाद महिला अस्पताल और 100 शैय्या अस्पताल से भी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। सर्वे रिपोर्ट भी भरी। हॉस्पिटल मैनेजर वरुणा पूनम का कहना है कि टीम के सदस्य पूरी तरह से संतुष्ट होकर गए हैं।
जमीन आवंटन की कवायद तेज
संसू, भोगांव : क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज के निर्माण को जरूरी जमीन को चिन्हित करने के लिए प्रशासन ने होमवर्क तेज कर दिया है। दो स्थानों पर 15 एकड़ जमीन को तलाशने के लिए जिला प्रशासन के अधिकारियों ने पूरे दिन कवायद की। अब जमीन का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा जाएगा।
मेडिकल कॉलेज निर्माण के लिए जरूरी 15 एकड़ जमीन को रूई पशु मेला के पास उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद की जमीन चिन्हित की गई थी। इस जमीन के हस्तांतरण की प्रक्रिया के चलते प्रशासन ने दूसरे स्थानों पर भी मेडिकल कॉलेज निर्माण की संभावनाओं को तलाशना शुरू कर दिया है। ग्रामसभा अहिरवा के गांव नगला लऊ के पास सरकारी जमीन पर मेडिकल कॉलेज निर्माण के लिए प्रस्ताव तैयार करने पर अधिकारियों ने मंथन किया।
मंगलवार को अपर जिलाधिकारी बीराम, सीएमओ डॉ. एके पांडेय, तहसीलदार कमल कुमार सिंह ने लेखपाल प्रदीप सक्सेना व सुमित कुमार के साथ दोनों जमीनों पर जाकर जरूरी पड़ताल की। तहसीलदार कमल कुमार सिंह ने बताया कि फिलहाल अधिकारियों ने दोनों स्थानों पर उपलब्ध संसाधनों व आवागमन की सुविधाओं आदि के बारे में फीडबैक जुटाया है। जमीन चिन्हित कर प्रस्ताव शासन को भेजकर मंजूरी ली जाएगी।