मीठे शर्बत में मनमानी कीमतों की कड़वाहट
दुकानदारों ने बढ़ाए दाम एमआरपी से ज्यादा वसूल रहे कीमत रमजान में मांग बढ़ने के साथ शुरू हुआ दर बढ़ाने का खेल ।
जागरण संवाददाता, मैनपुरी:
रोजेदारों को तरोताजा रखने वाले मीठे शर्बत में इस बार मनमानी महंगाई की कड़वाहट घुल गई है। यह महंगाई उत्पादों पर उनके निर्माता कंपनियों ने नहीं बढ़ाई है, बल्कि रमजान में डिमांड बढ़ती देख दुकान ही अपने स्तर से इस अवैध कमाई में जुट गए हैं। विभिन्न कंपनियों के शर्बत को उन पर अंकित अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) से अधिक दरों पर बेचा जा रहा है।
रमजान में रोज रखने वाले सहरी और इफ्तार के समय शर्बत को तरजीह देते हैं। जबर्दस्त गर्मी के कारण शर्बत का महत्व और अधिक माना जाता है, जिससे रोजेदार तरोताजा रह सकें। इसी कारण रमजान में विभिन्न कंपनियों के फ्लेवर्ड शर्बत की मांग बढ़ जाती है। परंतु इस बार दुकानदार इस मांग के सहारे ज्यादा मुनाफा कमाने में जुट गए हैं। रमजान शुरू होते ही शर्बत की बोतलों के दाम 20 से 30 रुपये तक बढ़ा दिए गए हैं। ग्राहकों के मुताबिक करहल रोड, बड़ा बाजार, लेनगंज बाजार, घंटाघर आदि में दुकानों पर यह खेल चल रहा है। मदार दरवाजा स्थित छोटी खानकाह निवासी राजू खान ने बताया कि सहरी से पहले मीठा शर्बत पीने से दिन में प्यास कम लगती है। इसलिए इसका उपयोग किया जाता है। वह शर्बत खरीदने आए थे, इसकी ज्यादा कीमत वसूली जा रही है। कुछ दिन पहले एक कंपनी के शर्बत की बोतल 120 रुपये की खरीदी थी, लेकिन अब घंटाघर में एक दुकान से 150 रुपये में मिली है। आगरा रोड निवासी मोहम्मद शोबी ने बताया कि करहल रोड की दुकानों पर जहां शर्बत है, वहां ब्लैक में बिक रहा है। बोतल पर एमआरपी 135 रुपये है। पहले यह 120 रुपये तक में मिल जाती थी, परंतु अब इसे 150 रुपये से कम में नहीं दिया जा रहा है।
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