आतंक के विरोध में बंद रखा बाजार, निकाला जुलूस
व्यापारियों ने मुखर की आवाज, फूंके आतंकवाद और पाकिस्तान के पुतले।
मैनपुरी, जागरण संवाददाता। आतंकवादियों की नापाक हरकत पर दिलों में भरा गुस्से का गुबार दिन भर फूटता रहा। शहर की सड़कों से लेकर गांवों की गलियों तक बस एक ही आवाज गूंजती रही 'पाकिस्तान मुर्दाबाद'। व्यापारियों ने भी शहीदों के सम्मान में बाजार बंद रखा। आतंकियों को उनकी ही भाषा में जवाब दिए जाने की आवाज मुखर करते हुए शनिवार की दोपहर सराफा एसोसिएशन के पदाधिकारी सड़कों पर उतरे। दुकानों के शटर बंद कर साथी दुकानदारों से भी अपने प्रतिष्ठान बंद करने की मांग की। पूरे बाजार पैदल घूमते हुए पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हाथों में पोस्टर लेकर दूसरे व्यापारियों को भी इस विरोध में अपना सहयोग देने की मांग की। इस मौके पर रामबाबू वर्मा, रोबिन वर्मा, लव, हरिओम बाबा, पंकज वर्मा, रघुवीर वर्मा सहित बड़ी संख्या में व्यापारी और स्वर्णकार मौजूद रहे।
करहल : आतंकी हमले के विरोध में कस्बे के व्यापारियों ने अपनी एकता दिखाई। दुकानें बंद रखकर पाक के साथ आर-पार की लड़ाई की मांग की। जुलूस निकाल आतंक के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तहसील भवन के सामने पुतला फूंका। इस मौके पर जीवन यादव, उवैद सिद्दीकी, आलोक, हाकिम ¨सह आदि मौजूद थे। व्यापारियों की सिर्फ तीन मांग: बजाजा बाजार व्यापार मंडल के व्यापारियों ने आतंकवाद के खिलाफ अपना विरोध दर्ज करने के साथ भारत सरकार के समक्ष तीन मांगें रखी हैं। मांगों से संबंधित बैनर बीच बाजार में लटकाया गया। मांग की गई है कि पाकिस्तान को आतंकवादी देश घोषित किया जाए, पाकिस्तान की ओर जाने वाली पानी की सप्लाई काट दी जाए और पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक कर शहीदों का बदला लिया जाए। श्रद्धांजलि सभा के बाद फूंका पाक का पुतला: शहर के सैकड़ों व्यापारियों ने संता-बसंता चौराहा पर एकजुट होकर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए दो मिनट का मौन रखा। बाद में चौराहे पर ही आतंकवाद और पाकिस्तान का सामूहिक तौर पर पुतला फूंका। व्यापारियों ने सरकार से मांग की कि इस बार करारा जवाब देने की जरूरत है। युवा व्यापारियों ने पाकिस्तान की अर्थी सजा शवयात्रा निकाली और बाजार में आतंक का पुतला फूंका।