संदेह के घेरे में ट्रक मालिक व एफसीआइ कर्मी
जागरण संवाददाता, मैनपुरी : गुरुवार को पकड़े गए राशन से भरे ट्रक के चालक को पुलिस ने जे
जागरण संवाददाता, मैनपुरी : गुरुवार को पकड़े गए राशन से भरे ट्रक के चालक को पुलिस ने जेल भेज दिया। घटना में शामिल रहे बसपा नेता के मुनीम को पकड़ने में पुलिस सफल नहीं हो पाई। पुलिस ने मुनीम की तलाश में छापेमारी का दावा किया है। हकीकत ये है कि पुलिस को मुनीम का वास्तविक पता मालूम ही नहीं है। घटना में ट्रक स्वामी और एफसीआइ कर्मचारियों की संलिप्तता होने के साक्ष्य हासिल होने का पुलिस ने दावा किया है।
मंगलवार शाम पुलिस व पूर्ति विभाग ने सिरसागंज रोड पर एफसीआइ के गेहूं से लदा ट्रक पकड़ा था, जिसमें 200 पैकेट लदे थे। ट्रक चालक अखिलेश निवासी कलुआपुर किशनी पकड़ में आ गया था। उसका साथी उपेंद्र निवासी राजकीय इंटर कॉलेज के सामने शहर मैनपुरी फरार हो गया था। चालक के माध्यम से पता चला कि पकड़ा गया ट्रक बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष महाराज ¨सह शाक्य का है। फरार उपेंद्र महाराज ¨सह का निजी मुनीम है। पुलिस ने उसकी तलाश शुरू की लेकिन पकड़ में नहीं आया।
गुरुवार को भी पुलिस उपेंद्र की तलाश में छापामारी करने का दावा कर रही है। पुलिस का यह दावा कोरी कल्पना ही कहा जाएगा, क्योंकि पुलिस को अब तक नहीं पता कि फरार उपेंद्र कहां का मूल निवासी है। उसका मूल पता क्या है। एफआइआर में जिस पते का उल्लेख किया गया है, वह यहां का अस्थाई निवासी है। पुलिस ने अस्थाई निवास पर ही जाकर उसकी तलाश की है। इसके साथ ही पुलिस की शक की सुई ट्रक स्वामी व एफसीआइ कर्मचारियों की ओर भी घूम गई है। पुलिस का मानना है कि घटना के लिए ट्रक का स्वामी भी जिम्मेदार है। एफसीआइ कर्मचारियों की मिलीभगत के बिना गोदाम से गेहूं निकाला जाना असंभव है। पुलिस कई पहलुओं पर जांच कर रही है।
अधिकारी कहिन
मामले की जांच चल रही है। मुनीम उपेंद्र की तलाश में कई स्थानों पर छापेमारी की गई है। ट्रक स्वामी व एफसीआइ कर्मियों की संलिप्तता होने की बात पता चली है। कुछ साक्ष्य मिले हैं। जांच के आधार पर कार्रवाई होगी।
जसवीर ¨सह सिरोही, इंस्पेक्टर कोतवाली।