Move to Jagran APP

23 सालों में नहीं बन सका विद्यालय

प्राथमिक विद्यालय का निर्माण 23 सालों में भी पूरा नहीं हो सका। भवन प्रभारी ने निर्माण के लिए आई धनराशि को खर्च कर लिया। तब से आज तक भवन पूरा नहीं हो सका।

By JagranEdited By: Published: Fri, 07 Sep 2018 11:36 PM (IST)Updated: Fri, 07 Sep 2018 11:36 PM (IST)
23 सालों में नहीं बन सका विद्यालय
23 सालों में नहीं बन सका विद्यालय

संवाद सूत्र, कुसमरा (मैनपुरी): बेसिक शिक्षा विभाग की बदहाली किसी से छिपी नहीं है। इसी बदहाली का एक नमूना है नगला बख्ती का प्राथमिक विद्यालय। इसका निर्माण 23 सालों में भी पूरा नहीं हो सका।

loksabha election banner

नगला बख्ती में वर्ष 1995 में बच्चों को बेहतर शिक्षा दिलाने के उद्देश्य से प्राथमिक विद्यालय स्वीकृत हुआ था। भवन के निर्माण के लिए शिक्षक अंगद ¨सह को प्रभारी बनाया गया था। उन्होंने थोड़ा कार्य कराने के बाद कार्य बंद कर दिया। इसके बाद तत्कालीन प्रधान किशनलाल को निर्माण का जिम्मा मिला। लेकिन कुछ दिन बाद ही उनकी मौत हो जाने के चलते शिक्षक सत्यभान ¨सह को ये जिम्मेदारी सौंपी गई। उन्होंने विद्यालय निर्माण के आई धनराशि को तो निकाल लिया। भवन के नाम पर दीवारें खड़ी कर केवल बरामदे पर ही लेंटर डलवाया, जो कुछ समय बाद चटक गया। शिकायत पर मामले की जांच हुई तो शिक्षक सत्यभान ¨सह को निलंबित कर दिया गया। जिसके बाद आज तक विद्यालय नहीं बन सका। हालांकि बाद में स्वीकृत हुए दो अतिरिक्त कक्षों के बनने से उनमें अब शिक्षण कार्य हो रहा है। सकुंल प्रभारी वैभव यादव का कहना है कि मामला बहुत पुराना है। इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को कई बार भेजी जा चुकी है। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.