यहां हवाओं में दौड़ता है करंट
क्या आपने बिना बिजली के बल्ब जलते हुए देखा है, लेकिन शहर के राजीव गांधी नगर में ऐसा ही होता है। बस्ती के ऊपर से गुजरी ट्रांमिशन लाइन से करंट घरों में उतर आता है। यूं कहें कि यहां हवाओं में करंट फैला है तो गलत नहीं होगा। यहां घरों में रहने वाले लोगों की जान हर पल जोखिम में रहती है।
जागरण संवाददाता, मैनपुरी: आपने कभी बिना तारों के हवा में करंट प्रवाहित होते देखा है, शायद नहीं। यदि देखना चाहते हैं तो शहर के राजीव गांधी नगर पहुंच जाएं। कारण हैं बस्ती के तीन ओर से निकल रहीं बिजली की ट्रांसमिशन लाइनें। इनके इलेक्ट्रो मैग्नेटिक फील्ड के चलते करंट मकान की दीवारों और घर की छत पर पड़े लोहे के कबाड़ तक में दौड़ने लगता है। कई हादसे भी हो चुके हैं।
आगरा रोड स्थित राजीव गांधी नगर में आकर रहने वालों को खतरे का अंदाजा नहीं था। लोग आते गए और मकान बनते रहे। वर्तमान में गर्मी में बिजली चली जाए तो भी लोग छत पर नहीं सो सकते हैं। करंट लगने का खतरा है। बिजली जाने के बाद भी एलईडी बल्ब जलते रहते हैं। करंट से कश्मीर ¨सह के 10 वर्षीय बेटे की कुछ समय पूर्व मौत हो गई थी। तीन अन्य लोगों के पशु करंट लगने से दम तोड़ चुके हैं। ट्रांसमिशन लाइन पहले से हैं। कॉलोनी बाद में बनी है। कार्रवाई के लिए शासन को लिखा जा रहा है।
उमेश चंद्र वर्मा, अधीक्षण अभियंता टॉक
हर पल यहां करंट का खतरा बना रहता है। अब घर यहां है तो रहना हमारी मजबूरी है।
सोनेलाल। बारिश के समय बहुत डर लगता है कि कहीं करंट न लग जाए। हर वक्त सावधान रहते हैं।
शैलेंद्र कुमार। मुहल्ले में कई लोग करंट की चपेट में आकर घायल हो चुके हैं। अब तो रात में सोने में भी डर लगता है।
अजय गौतम। यहां हवा में भी करंट आता है। अगर ये तार टूट जाएं तो पूरी बस्ती ही जलकर खत्म हो जाएगी।
रवींद्र ¨सह।