पत्नी और नाबालिग पुत्रों ने की थी आसाराम की हत्या
क्षेत्र के गांव बुर्राचक सहारा में छह दिन पूर्व हुई आसाराम की मौत
मैनपुरी, जागरण संवाददाता: क्षेत्र के गांव बुर्राचक सहारा में छह दिन पूर्व हुई आसाराम की मौत खुदकुशी नहीं हत्या थी। पत्नी और नाबालिग पुत्रों ने ही गला घोटकर हत्या की और फिर शव को घर से कुछ दूर फेंक दिया था। पुलिस ने घटना का राजफाश कर आरोपित महिला और उसके पुत्रों को हिरासत में ले लिया है।
बुर्रा चक सहारा निवासी आसाराम का शव छह नवंबर को गांव के पास पड़ा मिला था। मृतक के गले पर चोट के निशान थे। स्वजन ने पुलिस को विषाक्त पदार्थ खाकर खुदकुशी करना बताया था। चोट के निशान के कारण घटना संदिग्ध बनी हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला घोटकर हत्या की पुष्टि होने के बाद मृतक की पत्नी ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
सीओ भोगांव अमर बहादुर ने बताया कि पुलिस को पता चला कि मृतक शराब पीने का आदी था। वह स्वजन को परेशान करने के साथ खेत बेचने की धमकी देता था। चार नवंबर को उसने अपनी मां की पिटाई की थी। संदेह के आधार पर पुलिस ने मृतक की पत्नी रामा देवी से पूछताछ की तो उसने पूरी सच्चाई बयां कर दी।
रामा देवी ने पुलिस को बताया कि आसाराम की आए दिन की मारपीट और खेत बेचने की धमकी से वह परेशान हो चुकी थी। पांच नवंबर की रात करीब आठ बजे आसाराम नशे की हालत में घर पहुंचे और हंगामा करने लगे। इस पर रामा देवी ने अपने नाबालिग दो पुत्रों की मदद से उन्हें पकड़ लिया और गले में रस्सी का फंदा डालकर हत्या कर दी और शव को उठाकर घर से कुछ दूर फेंक दिया। आरोपित एक पुत्र कक्षा नौ व दूसरा कक्षा सात का छात्र है। पुलिस ने आरोपित रामा देवी को जेल भेज दिया है, जबकि दोनों पुत्रों को किशोर सुधार गृह भेजा है।