शौचालय लॉकडाउन, मोबाइल टॉयलेट क्वारंटाइन
स्वच्छ भारत अभियान के नाम पर शहर में सार्वजनिक शौचालयों की व्यवस्था संक्रमणकाल में धड़ाम हो गई है। शौचालय लॉकडाउन हैं तो मोबाइल टॉयलेट क्वारनटाइन कर दिए गए हैं। लॉक डाउन में भले ही सामान्य जनमानस घरों में बंद हैं लेकिन ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों को अव्यवस्था का सामना सीधे तौर पर करना पड़ रहा है।
मैनपुरी , जागरण संवाददाता:
स्वच्छ भारत अभियान के नाम पर शहर में सार्वजनिक शौचालयों की व्यवस्था संक्रमणकाल में धड़ाम हो गई है। शौचालय लॉकडाउन हैं तो मोबाइल टॉयलेट क्वारंटाइन कर दिए गए हैं। लॉक डाउन में भले ही सामान्य जनमानस घरों में बंद हैं लेकिन ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों को अव्यवस्था का सामना सीधे तौर पर करना पड़ रहा है। एक भी शौचालय काम नहीं आ रहा है। स्थिति यह है कि लघुशंका और शौच के लिए मजबूरी में सार्वजनिक स्थानों का इस्तेमाल करना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा दिक्कतें महिला पुलिस कर्मियों के सामने आ रही हैं जो सुबह आठ से रात आठ बजे तक लगातार अपने प्वाइंटों पर ड्यूटी दे रहे हैं। ये है स्थिति
वर्ष 2017-18 में नगर पालिका द्वारा अलग-अलग वार्डों और सार्वजनिक स्थानों पर 21 सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण कराया था। 4.39 लाख रुपये प्रति की लागत से 21 शौचालयों के निर्माण पर 92.19 लाख रुपये खर्च कर दिए गए। कबाड़ हो रहे मोबाइल टॉयलेट
2019 में लोकसभा चुनाव से पहले लाखों रुपये की लागत से मोबाइल टॉयलेट की खरीद कराई गई थी। योजना थी कि इन्हें शहर के ऐसे प्वाइंटों पर रखवाया जाएगा जहां राहगीर इनका सदुपयोग कर सकें। लेकिन, कुछ ही महीनों बाद ये कबाड़ हो गए। करहल रोड स्थित अवंतीबाई पार्क में ऐसे दर्जनों मोबाइल टॉयलेट लावारिस पडे़ हुए हैं। इन प्वाइंटों पर है सबसे ज्यादा जरूरत
शहर में संता-बसंता चौराहा, करहल चौराहा, बड़ा चौराहा, घंटाघर चौराहा, मदार दरवाजा तिराहा, भांवत चौराहा, रेलवे स्टेशन रोड, जेल चौराहा, क्रिश्चियन तिराहा, लोहा मंडी प्वाइंट, बजाजा बाजार प्वाइंट, स्टेशन रोड, राधा रमन रोड सहित दर्जनों प्वाइंटों पर मोबाइल टॉयलेट के कोई इंतजाम नहीं हैं। सबसे ज्यादा समस्या तो महिला पुलिस कर्मियों को हो रही है। पानी है न ही लाइट
नगर पालिका परिसर, मंडी गेट के बाहर, नगला पजाबा मोड़, महमूदनगर, आगरा रोड पर राजकीय इंटर कॉलेज के बाहर, नगला रते सहित सभी सार्वजनिक शौचालय बंद पडे़ हैं। इनमें से किसी में बिजली की व्यवस्था ठप है तो कहीं पानी की टंकियां और टोंटियां गायब हैं। शौच के लिए ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों को कई बार प्वाइंट छोड़कर कोतवाली या फिर अपने आवासों पर जाना पड़ता है। 'चौबीस घंटे के अंदर व्यवस्था कराई जाएगी। हर हाल में 27 अप्रैल की सुबह तक प्वाइंटों पर मोबाइल टॉयलेट की व्यवस्था करा दी जाएगी। दिन में इन टॉयलेट की पानी टंकियों में पानी पालिका के टैंकरों से भरवाया जाएगा।'
लालचंद भारती, अधिशासी अधिकारी
नगर पालिका, मैनपुरी।