बुखार से तीन लोगों की मौत
जिले में नहीं थम रहा बुखार का कहर अब तक आधा सैकड़ा लोगों की हो चुकी है मौत।
जासं, मैनपुरी: जिले में बुखार का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इलाज के दौरान एक व्यक्ति समेत तीन लोगों की मौत हो गई। अब तक आधा सैकड़ा से ज्यादा बुखार की वजह से अपनी जान गवा चुके हैं।
बुखार तेजी से पैर पसार रहा है। स्वास्थ्य विभाग के सारे इंतजाम फेल साबित हो रहे हैं। शहर के स्टेशन रोड निवासी प्रेमवती (81) पत्नी स्व. वेदराम को बुखार और पेट दर्द की वजह से तीन नवंबर को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनका लगातार उपचार चल रहा था। रविवार की सुबह इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
कस्बा बिछवां निवासी मुकेश (38) पुत्र विजय सिंह को सात नवंबर को बुखार से हालत बिगड़ने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रविवार की सुबह इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। भोगांव थाना क्षेत्र के नगला मुकुंद निवासी रामदुलारी (60) पत्नी मान सिंह को भी बुखार और पेट दर्द की वजह से रविवार की सुबह इमरजेंसी लाया गया। इलाज के दौरान यहां उनकी भी मौत हो गई। अब तक करीमगंज, दिबरई, नगला पजाबा, संसारपुर, सिकंदरपुर और इमरजेंसी में आधा सैकड़ा से ज्यादा लोगों की बुखार की वजह से मौत हो चुकी है।
अब अस्पताल प्रशासन करने लगा तैयारी
जिला अस्पताल में पहुंच रहे बुखार पीड़ितों को देखते हुए अब अस्पताल प्रशासन तैयारियों में जुट गया है। अतिरिक्त बिस्तर बढ़वाए जा रहे हैं। इंडोर में एक पूरे वार्ड को बुखार के मरीजों के लिए सुरक्षित करने की तैयारी चल रही है। सीएमएस डा. आरके सागर का कहना है कि इमरजेंसी में जो भी मरीज पहुंचेगा, उन्हें उपचार दिया जाएगा। हालत गंभीर होने पर ही रेफर किया जाएगा। थोड़ी राहत मिलने के बाद मरीजों को सीधे इंडोर वार्ड में शिफ्ट करा दिया जाएगा। बुखार से संबंधित मरीजों की जांच और मानीटरिग के लिए ईएमओ के अलावा फिजीशियन, जनरल फिजीशियन को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
डीएम की अपील, घरों में या आसपास जमा न होने दें पानी
डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने अपील करते हुए कहा है कि कोई भी बुखार जानलेवा हो सकता है। इसके लिए जरूरी है कि घरों में या आसपास पानी जमा न होने दें। मच्छरों के लार्वा को पनपने से रोकें, सफाई रखें। यदि किसी भी प्रकार की समस्या हो तो तत्काल स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचकर चिकित्सक से परामर्श लें।