बर्फीली बयार से सहमी आबादी
गलन बढ़ने से और सर्दी बढ़ गई। शाम तक कोहरा छाये रहने से लोग अलाव के पास बैठे रहे।
मैनपुरी, जासं। पहाड़ों पर हुई बर्फबारी का असर यहां दिखाई दे रहा है। बर्फीली हवा से लोग कांपने लगे हैं। रविवार को पूरे दिन ठंडी बयार तीर सी चुभती रही। वहीं गलन से कंपकंपी बंधी रही। सुबह छाया घना कोहरा दोपहर में कम जरूर हुआ, लेकिन पूरी तरह से हटा नहीं। ठंड से बचाव के लिए लोग अलाव पर तापते रहे।
रविवार सुबह आबादी क्षेत्र में घना कोहरा छाया था। अल सुबह निकले लोग मौसम में गलन और ठंडक देख सहम गए। मध्यम गति से चलने वाली हवा ने मौसम के मिजाज को और भड़का दिया। शरीर में चुभने वाली हवाओं से लोग सिहरते रहे। कोहरा बीते दिनों की अपेक्षा देर तक बना रहा। अलाव बने सहारा
गलन और बर्फीली बयार के सितम से परेशान नागरिक अलावों पर बैठे नजर आए। जगह-जगह नागरिकों ने अलाव जलाकर शरीर को राहत दी। तमाम अलावों पर तो कचरा और कूड़ा-पालीथिन जलती दिखी।
दोपहर को खिली धूप
धरा से आसमान तक कोहरा और आंशिक बादलों की वजह से सूरज भी देरी से निकले। दोपहर डेढ़ बजे के बाद धूप खिली, लेकिन शरीर को राहत नहीं दे सकी। पेड़ों से गिरी ओस
रविवार को पेड़ों से खूब ओस भी बरसी। सुबह पेड़ों के नीचे ओस से काफी जमीन भीग गई। कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी नरेंद्र कुमार के अनुसार, अलसुबह आसमान में जमा कोहरा ओस के रूप में बरसा तो हवा से यह माहौल में घुल गया, जिससे गलन बनी।
करहल के बाजारों में पसरा सन्नाटा
करहल में सर्दी की वजह से बाजारों में ग्राहकों की कमी से सन्नाटा छाया रहा। दुकानदार अपनी दुकानों के आगे लकड़ी, पट्टे, पालिथीन जलाकर तापते रहे। सुबह अधिक घना कोहरा होने से वाहनों को हेडलाइट जलाकर रेंगते हुए ठिकाने तक जाना पड़ा। भीषण सर्दी से बचने के लिए नगर पंचायत और तहसील प्रशासन ने कहीं पर भी अलाव जलाने की व्यवस्था नहीं की। रविवार तापमान
21.2 डिग्री सेल्सियस अधिकतम
8.1 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम