तीन साल पूर्व हुई हत्या की आरोपित सास को उम्रकैद
मैनपुरीजासं। तीन साल पहले विधवा की जलाकर हत्या करने की आरोपित सास को जिला जज तेज प्रताप तिवारी ने उम्रकैद और पांच हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई है।
जासं, मैनपुरी: तीन साल पहले विधवा की जलाकर हत्या करने की आरोपित सास को जिला जज तेज प्रताप तिवारी ने उम्रकैद और पांच हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई है।
कन्नौज के गांव रनवा निवासी बालकराम की पुत्री रेशमा का विवाह वर्ष 2000 में थाना कुर्रा क्षेत्र के गांव खिदरपुर निवासी सतेंद्र के साथ हुआ था। वर्ष 2005 में सड़क हादसे में सतेंद्र की मौत हो गई। पति की मौत के बाद ससुरालियों ने रेशमा का उत्पीड़न शुरू कर दिया। 29 मई 2017 को ससुरालियों ने मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी, जिससे रेशमा गंभीर रूप से झुलस गई। उन्हें सैफई में भर्ती कराया गया, जहां चार जुलाई को उनकी मौत हो गई।
रिपोर्ट रेशमा के ससुर रामेश्वर, सास रामबेटी, ननद सविता और संतोष के खिलाफ दर्ज कराई गई। विवेचना में साक्ष्य न मिलने पर पुलिस ने सविता और संतोष के नाम केस से निकाल दिए। ससुर रामेश्वर और सास रामबेटी के खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में पेश कर दी। इसी बीच रामेश्वर की मौत हो गई। सुनवाई के दौरान रामबेटी को दोषी पाते हुए कोर्ट ने सजा सुनाई है। अभियोजन पक्ष की ओर से पैरवी डीजीसी वीरेंद्र मिश्रा ने की। कारागार में चर्म रोग से ग्रसित हैं बंदी
जासं, मैनपुरी : मौसम में परिवर्तन की वजह से कारागार में बंदियों को स्किन इंफेक्शन की समस्या से जूझना पड़ रहा है। प्राथमिक उपचार से राहत न मिलने पर अब जेल प्रशासन ने अस्पताल प्रशासन को पत्र लिखकर चिकित्सक उपलब्ध कराने की मांग की है।
जेल प्रशासन द्वारा मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जिला चिकित्सालय को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि कारागार में कई बंदी त्वचा संबंधित समस्याओं से पीड़ित हैं। उन्हें प्राथमिक उपचार तो दिलाया गया है, लेकिन राहत नहीं मिल रही है। ऐसे में उन्होंने त्वचा रोग विशेषज्ञ को कारागार में टीम के साथ भेजने की मांग की है ताकि बंदियों को परामर्श और उपचार मिल सके।
त्वचा रोग विशेषज्ञ डा. गौरांग गुप्ता का कहना है कि बदलते मौसम में सबसे ज्यादा समस्या त्वचा संबंधित बीमारियों की होती है। सर्दियों में त्वचा नमी खोने लगती है। इसकी वजह से वह शुष्क हो जाती है। स्वेटर और गर्म कपडे़ भी ऐसे में समस्या बढ़ाने लगते हैं। इससे खुजली, रैशेज और लाल रंग के चकते भी पड़ जाते हैं।
सीएमएस डा. आरके सागर का कहना है कि पत्र प्राप्त हुआ है। त्वचा रोग विशेषज्ञ के साथ टीम को दवाओं की उपलब्धता संग भेजकर बंदियों को उपचार दिलाया जाएगा।