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विद्यालय का हैंडपंप उगल रहा प्रदूषित पानी

पानी से आती है गंदगी और तेल जैसी दुर्गध शिकायतों के बाद भी नहीं हल हो रही समस्या।

By JagranEdited By: Published: Thu, 03 Dec 2020 06:05 AM (IST)Updated: Thu, 03 Dec 2020 06:05 AM (IST)
विद्यालय का हैंडपंप उगल रहा प्रदूषित पानी
विद्यालय का हैंडपंप उगल रहा प्रदूषित पानी

संवाद सूत्र, बेवर: शुद्ध पेयजल और स्वच्छ शौचालय परिषदीय विद्यालयों को उपलब्ध कराना शासन की प्राथमिकता में शामिल हैं, लेकिन हकीकत में जिम्मेदार इनके प्रति उदासीन बने हुए हैं। सोवनपुर परिषदीय विद्यालय का ऐसा ही हाल है। यहां लगा सरकारी हैंडपंप प्रदूषित पानी उगल रहा है, वहीं इससे तेल जैसी दुर्गध आ रही है। लगातार शिकायतों के बाद भी समस्या का निदान नहीं हो रहा है। शिक्षकों को हाथ धोने के लिए पानी गांव से लाना पड़ रहा है।

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बेवर ब्लाक के गांव सोवनपुर में जूनियर हाईस्कूल और प्राथमिक विद्यालय एक ही परिसर में हैं। पेयजल की सुविधा के लिए दोनों विद्यालयों के लिए अलग-अलग हैंडपंप लगे हैं। बीते साल दोनों हैंडपंप की बोरिग फेल हो गई थी। इसके बाद इनका रीबोर कराया गया था। इसके बाद से दोनों हैंडपंप प्रदूषित पानी उगल रहे हैं। गंदगी और तेल जैसी दुर्गंध आती है। शिक्षकों ने इस पानी का उपयोग हाथ धोने में किया तो उनको चर्म रोग की समस्या होने लगी। शिक्षक पीने का पानी बोतलों में घर से लेकर आते हैं। कई शिक्षक तो गांव से पानी भरकर लाते हैं। शिक्षक संदेश कुमार ने बताया कि पानी की उपलब्धता न होने के कारण स्कूल में बने शौचालयों का भी उपयोग नहीं हो पा रहा है। शिक्षकों का कहना है कि जब स्कूलों में विद्यार्थियों का आना शुरू होगा तो और ज्यादा मुश्किल होगी।

प्रधानाध्यापक मनोज कुमार यादव का कहना है कि विद्यालय में शुद्ध पेयजल और स्वच्छ शौचालय की गंभीर समस्या है। दो बार हैंडपंप रीबोर हो चुके हैं, लेकिन कम गहराई की बोरिग करके छोड़ दी जाती है। यदि गहरी बोरिग कराई जाए तो समस्या का स्थाई समाधान हो सकता है। इस संबंध में कई बार शिकायत की गई, परंतु समाधान नहीं हो रहा है।

बीईओ तक ने की शिकायत, न हुई सुनवाई

इस समस्या को प्रधानाध्यापक मनोज कुमार यादव ने विभागीय अधिकारियों के सामने रखा था। इसके बाद खंड शिक्षा अधिकारी जेपी पाल ने कई बार प्रशासन को लिखित में शिकायत भेजी। इसके बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। कच्चे मार्ग पर चलने को मजबूर हैं नगला धारा के लोग

संवाद सूत्र, करहल: गांव नगला धारा के ग्रामीण आज भी कच्चे रास्ते पर सफर करने को मजबूर हैं। चुनाव के दौरान जनप्रतिनिधियों ने गांव में विकास के वादे तो किए गए, लेकिन जीत के बाद कुछ नहीं कराया। गांव का संपर्क मार्ग तक पक्का नहीं हो सका है।

करहल ब्लाक की ग्राम पंचायत कुतुबपुर बुजुर्ग के मजरा नगला धारा को मुख्य मार्ग से जोड़ने वाला संपर्क मार्ग नगला खंडे होकर गुजरता है। इन दोनों गावों के अलावा आसपास के कई अन्य गांवों के ग्रामीण आवागमन के लिए इसी रास्ते का उपयोग करते हैं। परंतु यहां सड़क का निर्माण नहीं हो सका है। वर्तमान में कच्चा रास्ता ऊबड़-खाबड़ है। बरसात के समय तो यहां आए दिन हादसे होते रहते हैं। ग्रामीणों ने सड़क निर्माण कराने के लिए तहसील दिवस से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों तक से दर्जनों बार शिकायत की, परंतु समस्या का समाधान नहीं हुआ। अब ग्रामीणों ने डीएम से मार्ग को पक्का कराने की मांग की है। मांग करने वालों में भूरे लाल यादव, सुखबीर सिंह यादव, विकास कुमार यादव, कुंवर पाल सिंह यादव, जलवीर सिंह यादव, गिरीश चंद्र, मुरारी लाल, रविद्र कुमार, वीरेंद्र कुमार शामिल हैं।


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