रिटायर सैनिक संभालेंगे कोरोना वॉरियर्स की कमान
मैनपुरी में कोरोना की दस्तक के बाद अब प्रशासन कोई रिस्क लेना नहीं चाहता है। चिकित्सकों और सुरक्षा कर्मियों की पहले से ही कमी को देखते हुए अब अस्पताल प्रशासन रिटायर सैनिकों की मदद लेगा। इसके लिए सेवानिवृत्त सैनिकों को प्राथमिक चिकित्सा से संबंधित प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
मैनपुरी, जागरण संवाददाता : मैनपुरी में कोरोना की दस्तक के बाद अब प्रशासन कोई रिस्क लेना नहीं चाहता है। चिकित्सकों और सुरक्षा कर्मियों की पहले से ही कमी को देखते हुए अब अस्पताल प्रशासन रिटायर सैनिकों की मदद लेगा। इसके लिए सेवानिवृत्त सैनिकों को प्राथमिक चिकित्सा से संबंधित प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
कोरोना से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार है। अब अस्पताल प्रशासन सेवानिवृत्त सैनिकों का भी सहयोग लेगा। रविवार की देर शाम जिला अस्पताल में इमरजेंसी के सभाकक्ष में विशेषज्ञ चिकित्सकों ने सेवानिवृत्त सैनिकों के साथ बैठक की। डॉ. पीके दुबे ने प्राथमिक चिकित्सा के गुर सिखाते हुए कहा कि हमें अब आपसी सहयोग से काम करना होगा। इमरजेंसी में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। स्टाफ पर कई-कई मरीजों की जिम्मेदारी है। व्यवस्था बनी रहे, इसके लिए रिटायर सैनिकों की मदद से सेवाओं का संचालन कराया जाएगा।
स्टाफ नर्स शालिनी ने कोरोना के लक्षण और बचाव की जानकारी देते हुए कहा कि हमारी प्राथमिकता होगी इमरजेंसी आने वाले मरीजों के बीच शारीरिक दूरी का पालन कराना। ऐसे में रिटायर सैनिक हमारी मदद कर सकते हैं। वे इमरजेंसी आने वालों को इस नियम का पालन कराएंगे। यदि जरूरत पड़ती है तो हम प्राथमिक चिकित्सा में उनकी मदद भी लेंगे। प्रभारी सीएमएस डॉ. अशोक कुमार का कहना है कि व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। इस मौके पर वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. आरके सागर भी मौजूद थे।