सड़क पर रार, चेयरमैन-सभासद आमने सामने
मैनपुरी : आपसी सामंजस्य न बना तो बागी हुए सभासदों ने चेयरमैन के खिलाफ बगावत कर ही दी। सभासदों ने गंभीर आरोप लगाते हुए पालिकाध्यक्ष और उनके प्रतिनिधि का पूरी तरह से बहिष्कार कर विरोध किया।
जागरण संवाददाता, मैनपुरी : आपसी सामंजस्य न बना तो बागी हुए सभासदों ने चेयरमैन के खिलाफ बगावत कर ही दी। सभासदों ने गंभीर आरोप लगाते हुए पालिकाध्यक्ष और उनके प्रतिनिधि का पूरी तरह से बहिष्कार कर विरोध किया। सभागार के बीच सुलगी विरोध की ¨चगारी सड़क तक जा पहुंची। सभासदों ने एकराय होकर चेयरमैन पर गंभीर आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजा है। इतना ही नहीं, पालिका प्रशासन का सार्वजनिक बहिष्कार कर धरना प्रदर्शन की चेतावनी भी दी है।
रविवार को अवकाश के दिन दर्जन भर से ज्यादा सभासदों ने पालिका सभागार में चेयरमैन के खिलाफ बैठक की। मनोनीत किए गए अध्यक्ष राजीव मिश्रा ने कहा कि पालिकाध्यक्ष सुविधाओं में अनदेखी बरत रही हैं। वार्डों में अंधेरा पड़ा है। बार-बार सूचना देने के बावजूद कोई ध्यान नहीं दिया गया। नालों की सफाई के नाम पर बड़ा खेल किया जा रहा है। मुख्य नालों में सिल्ट जमा है और नालियों की सफाई करा चेयरमैन गुडवर्क दिखा रही हैं।
विश्वनाथ ¨सह यादव ने कहा कि पालिकाध्यक्ष फर्जी कुटेशनों के जरिए पालिका का लाखों रुपया भुगतान कर चुकी हैं। बोर्ड की मी¨टग में प्रस्ताव पास हुए बगैर कार्य कराए जा रहे हैं। इन भुगतान की जांच कराई जानी चाहिए। इतना ही नहीं, चेयरमैन ने अपने परिवारीजनों का ठेकेदारी में पंजीकरण करा रखा है। उन्हीं की फर्मों के नाम पर कुटेशन जारी कर भुगतान भी किया जा रहा है। बडे़ पैमाने पर गबन किया जा रहा है।
आरोप लगा रहे सभासदों ने जमकर नारेबाजी करते हुए चेयरमैन मनोरमा देवी का बहिष्कार कर दिया। सभासदों ने जांच की मांग करते हुए जिलाधिकारी प्रदीप कुमार को ज्ञापन भेजा है। चेतावनी दी है कि समाधान न होने पर वे धरना प्रदर्शन करेंगे। विरोध करने वालों में मालती देवी, रामा देवी, संध्या, मीनू, एलकार ¨सह, पुष्पा देवी, धनेश कुमार वर्मा, संजय कुमार, कल्पना देवी, दीपू गोस्वामी, सरोज कुमारी सहित कई सभासद मौजूद थे। जमकर हुई चेयरमैन-सभासदों में नोंकझोंक
बहिष्कार कर सभागार से नीचे पहुंचे सभासदों की मुलाकात चेयरमैन मनोरमा देवी और उनके प्रतिनिधि लक्ष्मण कुमार से हो गई। यहां आमने-सामने होते ही आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया। लगभग आधा घंटे तक सार्वजनिक स्थल पर लोगों के बीच दोनों के बीच नोंक-झोंक होती रही। बाद में राहगीरों की भीड़ जुटती देख सभी अपने-अपने घरों को लौट गए। कुछ सभासद करते रहे मुखबिरी
रविवार को अजीब ही नजारा देखने को मिला। जब चेयरमैन के खिलाफ सभासदों ने बगावत की तो कुछ सभासद उनके साथ थे और जब चेयरमैन पहुंचीं तो वही सभासद कमरे में बैठकर उन्हें सफाई देने में जुटे रहे। असल में ऐसे सभासदों की इन दिनों खूब चल रही है। दोनों ओर की मुखबिरी करने में वे दोनों ही पक्षों के भले बने हैं। सभासदों के नाम पर पति दिखाते हैं धमक
सभासदों के सार्वजनिक बहिष्कार के बाद अपनी बात रखते हुए पालिकाध्यक्ष मनोरमा देवी ने कहा कि वार्डों में ज्यादातर सभासद महिलाएं हैं। लेकिन, उनके स्थान पर उनके पति अपनी धमक दिखाते हैं। रविवार को अवकाश के बावजूद सभासद महिलाओं के पतियों ने बिना किसी सूचना के सरकारी कार्यालय खुलवाकर जो साजिश रची है वह गलत है। जिलाधिकारी के नाम पर ज्ञापन लिखा गया है। उसमें बहिष्कार में महिला सभासदों के नाम शामिल हैं लेकिन एक भी महिला सभासद मौजूद नहीं थी। उनके पतियों ने पैरवी की। सिर्फ साजिश रची जा रही है। कुछ घाघ सभासद हैं जो पालिका को अपने इशारों पर नचाना चाहते हैं। असल में उनके खिलाफ धांधली की कई फाइलों पर जांच के आदेश दिए गए हैं। ऐसे में बौखलाहट में वे दुष्प्रचार कर रहे हैं।