बुखार से नवजात सहित तीन लोगों की मौत, दर्जनभर किए रेफर
मैनपुरी जासं। बुखार का कहर बढ़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई महज औपचारिकता में ही सिमटी हुई है। आंकड़ों की बाजीगरी में उलझे जिम्मेदार बढ़ रहे प्रकोप को थामने में नाकाम हो रहे हैं। एक नवजात सहित बालक की बुखार से मौत हो गई। जबकि कई को सैफई के लिए रेफर कर दिया गया है।
जासं, मैनपुरी: बुखार का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को एक नवजात और बालक की बुखार से मौत हो गई, जबकि कई को सैफई रेफर किया गया।
जिले के कई क्षेत्र बुखार की गिरफ्त में हैं। एक पखवाडे़ में लगभग दर्जन भर लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि एक सैकड़ा से ज्यादा मरीज आगरा, सैफई और दिल्ली के अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। मंगलवार को सुबह 11 बजे तक जिला अस्पताल का संचालन हुआ तो ओपीडी में मरीजों ने पंजीकरण कराया। इसके बाद इमरजेंसी में दिन भर बुखार पीड़ित मरीज पहुंचते रहे। हालत गंभीर होने पर कई मरीजों को सैफई रेफर कर दिया गया, जबकि दर्जन भर से ज्यादा को वार्ड में भर्ती कराया गया। शहर के नगला रते निवासी अंत कुमार (12) पुत्र जयपाल औरअंश यादव (दो माह) पुत्र रामनारायण निवासी गांव मेरापुर गुजराती थाना एलाऊ की बुखार के चलते मौत हो गई। इनके अलावा संसारपुर निवासी मोहरश्री (65) को बुखार से गंभीर हालत में इमरजेंसी लाया गया। बिस्तर कम पड़ने पर उन्हें जमीन पर ही लेटना पड़ गया। डेंगू वार्ड में बिस्तर पडे़ कम
जिला अस्पताल में ह्दय रोग विभाग में डेंगू वार्ड बनाया गया है। यहां छह बिस्तरों के इंतजाम हैं। लेकिन, इन दिनों मरीजों की संख्या अधिक होने के चलते बिस्तर कम पड़ने लगे हैं। सुविधा को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने परिसर में बेड की संख्या बढ़ाई है। हमारे पास सभी प्रकार की दवाएं उपलब्ध हैं। डेंगू के मरीजों को भर्ती कर उन्हें इलाज भी दिया जा रहा है। सिर्फ उन्हीं मरीजों को रेफर किया जा रहा है, जिन्हें प्लेटलेट्स चढ़ाई जानी हैं।'
डॉ. आरके सागर, सीएमएस
जिला अस्पताल।