जेठ ने तीन शूटरों से मरवाया था भावना को
अप्रैल में हुई भावना चौहान की हत्या के मामले में पुलिस ने एक शूटर को गिरफ्तार किया है।
जागरण संवाददाता, मैनपुरी : अप्रैल में हुई भावना चौहान की हत्या के मामले में पुलिस ने एक शूटर को गिरफ्तार कर वारदात का पर्दाफाश करने का दावा किया है। भावना की हत्या इटावा जेल में निरुद्ध उसके जेठ गुडडू चौहान ने रची थी। भाड़े के तीन शूटरों ने बिछिया रोड पर भावना की हत्या कर दी थी। सुपारी की अदायगी गुडडू के दोस्त और हरचंदपुर के प्रधान ने की थी। पुलिस अन्य आरोपितों की तलाश कर रही है।
शहर के मुहल्ला श्रंगार नगर निवासी भावना चौहान पत्नी स्व. बिल्लू चौहान पांच अप्रैल 2018 को सुबह बिछिया रोड पर जा रही थी। तभी उसके सिर में दो गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना को बाइक सवार तीन बदमाशों ने अंजाम दिया था। भावना के परिजनों की रंजिश भाजपा नेता स्व. मदन चौहान से चल रही थी। भावना की मां ने भाजपा नेता के भाई बंटी चौहान, पुत्र शिवम चौहान व पवन चौहान के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पुलिस को घटना के समय मौजूद लोगों ने बताया था कि गोली मारने वालों में बंटी, शिवम व पवन नहीं थे। इसी बीच भावना चौहान व आरोपित शिवम चौहान के बीच विगत में हुई बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ। जिसमें पुराने मामले में समझौते को लेकर चर्चा हो रही थी। पुलिस समझ गई थी कि वारदात की जड़ कहीं और है। पुलिस ने भावना चौहान के मोबाइल फोन को सर्विलांस पर लिया। जिससे पता चला कि घटना से कुछ देर पहले ही इटावा के मुहल्ला पुरबियाटोला निवासी राहुल उर्फ कबूतर से बातचीत हुई है। काफी कोशिश के बाद भी पुलिस राहुल को पकड़ नहीं पाई।
अन्य सुराग मिलने पर पुलिस ने पीयूष मल्होत्रा उर्फ बाबा निवासी मुहल्ला कटराना इटावा की तलाश शुरू कर दी। शनिवार सुबह पुलिस ने उसे शहर में देवी रोड बाइपास पर दबोच लिया। पीयूष ने पुलिस को पूरी साजिश उगल दी।
पुलिस अधीक्षक अजय शंकर राय ने पत्रकार वार्ता में बताया कि घटना की जांच इंस्पेक्टर कोतवाली जसवीर ¨सह सिरोही व सर्विलांस प्रभारी जुगेंद्र ¨सह द्वारा की जा रही थी। पीयूष ने पुलिस को बताया कि वारदात की योजना इटावा की जेल में निरुद्ध भावना के जेठ गुडडू चौहान ने करीब 10 महीने पहले रची थी। पीयूष भी किसी मामले में उसी दौरान इटावा जेल में था। दोनों की पहले से ही जान पहचान थी। गुड्डू ने पीयूष से कहा कि उसके छोटे भाई की पत्नी भावना चौहान का चाल चलन ठीक नहीं है। उसके परिवार की काफी बदनामी हो रही है। वह भावना मरवाना चाहता है। पीयूष के हामी भरने पर गुड्डू ने बताया था कि हत्या में जो भी पैसा खर्च होगा। वो किशनी क्षेत्र के गांव हरचंदपुर का प्रधान सुखदेव तोमर तुम्हें दे देगा। गुडडू और सुखदेव दोस्त हैं। जेल से छूटने के बाद पीयूष ने सुखदेव तोमर से मुलाकात की। सुखदेव ने रुपये का बंदोबस्त करने का भरोसा दिया तो पीयूष ने शूटर राहुल निवासी पुरबिया टोला इटावा से संपर्क किया। राहुल ने 1.20 लाख रुपये जबकि अपने दो साथी गौरव चौहान व वीरेंद्र निवासी हरचंद्रपुर कोतवाली मैनपुरी को 50-50 हजार रुपये देने को कहा। सुखदेव ने पूरी रकम अदा कर दी।
राहुल ने बुलाया था भावना को
राहुल और भावना के बीच अक्सर बातचीत होती रहती थी। घटना वाले दिन राहुल ने फोन कर भावना को बिछिया रोड पर बुलाया था। भावना पहुंची तो वहां पहले से मौजूद गौरव ने तमंचे से गोली चलाई, लेकिन फायर मिस हो गया। तभी वीरेंद्र व राहुल ने अपनी-अपनी पिस्टल से भावना के सिर में दो गोलियां मार दीं। इसके बाद तीनों बाइक से फरार हो गए। शातिर अपराधी है गुड्डू चौहान
मृतका भावना चौहान का जेठ गुड्डू चौहान शातिर अपराधी है। हत्या के एक मामले में उसे कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। पहले वह मैनपुरी जेल में निरुद्ध था। दो साल पहले उसे इटावा जेल और छह महीने पहले उसे इटावा से बहराइच जेल भेजा गया है। जेल के अंदर से ही वह आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहा है। भाजपा नेता मदन चौहान की हत्या भी उसने जेल में रहते हुए ही भाड़े के शूटरों से एक जनवरी 2017 को करा दी थी। लोगों की माने तो उसका अवैध वसूली का धंधा अब भी बंद नहीं हुआ है। उसके निर्देश पर उसके गुर्गे अलग-अलग स्थानों पर बड़े व्यवसाइयों से अवैध वसूली कर रहे हैं। दो साल पहले हुई थी भावना के पति की हत्या
दो साल पहले भावना के पति बिल्लू चौहान की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना में भाजपा नेता मदन चौहान के पुत्रों सहित अन्य अभियुक्तों को नामजद कराया गया था। पुलिस की जांच में मदन चौहान के पुत्र शिवम घटना के लिए दोषी पाया गया था। उसके खिलाफ कोर्ट में मुकदमा चल रहा है। जेल में बंद गुड्डू ने अपने भाई की हत्या का बदला लेने के लिए शामली के शूटरों से मदन चौहान की हत्या कराई थी। घटना में भावना के पिता को भी नामजद कराया गया था। शिवम व भावना में चल रही थी समझौते की बात
बिल्लू की हत्या में नामजद शिवम चौहान नामजद था। वहीं मदन चौहान की हत्या में भावना का पिता जेल में निरुद्ध है। भावना व शिवम चाहते थे कि दोनों हत्याकांडों में समझौता हो जा जाए। इसके लिए दोनों एक दूसरे के संपर्क में थे। समझौते की बात भी लगभग फाइनल हो चुकी थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार जेल में निरुद्ध गुड्डू को समझौते की बातचीत की जानकारी हो चुकी थी। उसे लगा कि समझौता हो गया तो उसके भाई के हत्यारे छूट जाएंगे। इसलिए वह भावना को खत्म कराना चाहता था, ताकि समझौता न हो सके।
नामजदों को मिली पुलिस की क्लीनचिट
मैनपुरी : भावना चौहान की हत्या में उनकी मां रत्नेश कुमारी ने दिवंगत भाजपा नेता मदन चौहान के भाई बंटी चौहान, पुत्र पवन व शिवम चौहान को नामजद कराया था। पुलिस को पहले से ही नामजदगी पर संदेह था। घटना का राजफाश होने के बाद पुलिस ने सभी नामजदों को इस हत्याकांड से क्लीनचिट दे दी है।