खाकी की मौजूदगी में हुआ स्वास्थ्य परीक्षण
दिव्यांगता परीक्षण कैंप एक बार फिर अव्यवस्था की भेंट चढ़ गया। नेत्र रोग विशेषज्ञ के कैंप में न आने से भड़के दिव्यांगों ने जमकर हंगामा काटा। आक्रोश भड़कता देख सीओ और एसडीएम ने मोर्चा संभाल परीक्षण की प्रक्रिया प्रारंभ कराई। एक बार फिर नेत्रहीन दिव्यांगों को बगैर परीक्षण के ही वापस लौटना पड़ा।
जासं, मैनपुरी : दिव्यांगता परीक्षण कैंप एक बार फिर अव्यवस्था की भेंट चढ़ गया। नेत्र रोग विशेषज्ञ के कैंप में न आने से भड़के दिव्यांगों ने जमकर हंगामा काटा। आक्रोश भड़कता देख सीओ और एसडीएम ने मोर्चा संभाल परीक्षण की प्रक्रिया प्रारंभ कराई।
सीएमओ कार्यालय परिसर में सोमवार को लगे दिव्यांगता परीक्षण कैंप में विकास खंड कुरावली और सुल्तानगंज के दिव्यांगों की तारीख निर्धारित थी। सुबह से ही दिव्यांगों ने कैंप के बाहर डेरा डाल लिया था। दोपहर लगभग 12 बजे जब उन्हें पता चला कि नेत्र रोग विशेषज्ञ कैंप में नहीं पहुंचे हैं। तब गुस्साए दिव्यांगों ने जमकर नारेबाजी करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पर एसडीएम सदर अशोक कुमार और सीओ सिटी आरके पांडेय पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। दोनों ने उन्हें समझा-बुझाकर शांत कराया। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से बिगड़ी व्यवस्था को संभालने के लिए सिर्फ अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. अशोक कुमार द्वारा परीक्षण शुरू कराया गया। पिछले पांच कैंपों से नहीं आए नेत्र रोग विशेषज्ञ
नेत्र रोग विशेषज्ञ पिछले पांच कैंपों से नहीं आ रहे हैं। दिव्यांगता का दंश झेल रहे नेत्रहीनों की जांच प्रक्रिया प्रभावित हो रही है। हर बार सीएमओ द्वारा शिकायत को अनसुना कर दिया जाता है। दिव्यांगों का आरोप है कि वे महीना भर पहले ही पंजीकरण करा चुके थे। बावजूद इसके उनकी जांच नहीं कराई जा रही है। सीएमओ का कहना है कि अब ब्लॉकों में ही शिविरों का आयोजन कराया जाएगा।