सरकारी नीतियों के खिलाफ व्यापारियों ने पकड़ी बगावत की राह
अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सुमंत गुप्ता ने कहा कि केंद्र और प्रदेश की सरकारों ने अपना वायदा पूरा नहीं किया है।
जागरण संवाददाता, मैनपुरी : केंद्र और प्रदेश की सरकारों ने अपना वायदा पूरा नहीं किया है। खुदरा व्यापार में एफडीआइ लागू करने की पूरी तैयारी की जा चुकी है। ऐसा होने पर छोटे और मझोले व्यापार पूरी तरह से चौपट हो जाएंगे। इतना ही नहीं, हजारों कर्मचारियों के सामने भी बेरोजगारी का संकट खड़ा हो जाएगा। यह कहना है अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सुमंत गुप्ता का।
शनिवार को क्लब घर स्थित परिषद कार्यालय पर बैठक में उन्होंने आगे कहा कि व्यापारी समस्याओं के निराकरण के लिए 30 सितंबर को आगरा में राष्ट्रीय अधिवेशन में चर्चा होगी। इसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव भी कराया जाएगा। सम्मेलन आयोजक अरुण गुप्ता का कहना है कि एससी, एसटी कानून का हम व्यापारी विरोध करते हैं। प्रशासन पर मनमानी का आरोप लगाते हुए कहा कि हर बार त्योहारों के समय ही छापामार कार्रवाई की जाती है। इससे मझोले और छोटे दुकानदारों को सबसे बड़ा नुकसान उठाना पड़ता है। इस मनमानी से न सिर्फ धंधा चौपट होता है बल्कि उम्मीद भी टूट जाती है।
पदाधिकारियों ने एक स्वर में सरकार की नीतियों का विरोध करते हुए इसे कारोबार को चौपट करने की रणनीति बताया। बैठक में सुरेश चंद्र बंसल, केके गुप्ता, राजेश गुप्ता, हर्ष गुप्ता, आदित्य जैन, सब्बन बाबा, अशोक गुप्ता आदि मौजूद थे।