हड़ताली लेखपालों पर प्रशासन ने लगाया एस्मा
मैनपुरी जासं। पांच नवंबर से आंदोलन की राह पर चल रहे लेखपालों के खिलाफ प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। हड़ताली लेखपालों पर एस्मा के तहत कार्रवाई कराई जाएगी। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि बगैर काम के किसी भी लेखपाल को वेतन का भुगतान नहीं किया जाएगा।
जासं, मैनपुरी: पांच नवंबर से हड़ताल पर चल रहे लेखपालों पर प्रशासन द्वारा एस्मा लगा दिया है। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि बगैर काम के किसी भी लेखपाल को वेतन का भुगतान नहीं किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के आह्वान पर सोमवार को शीतला मंदिर परिसर स्थित पंडाल में लेखपालों ने प्रदर्शन किया। यहां जिलाध्यक्ष उमाशंकर शाक्य ने कहा कि प्रशासन ने हम लोगों पर एस्मा कानून लागू कर दिया है। धमकी दी जा रही है कि वापस नहीं लौटे तो कार्रवाई होगी। लेकिन, अब हमने भी आर-पार की लड़ाई का मन बना लिया है। जिला मंत्री पुष्पेंद्र चौहान ने कहा कि प्रशासन बेवजह का दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। हमारी सभी मांगें जायज हैं। लेखपालों ने प्रशासनिक मनमानी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
उधर, जिला प्रशासन ने सभी हड़ताली लेखपालों पर एस्मा (आवश्यक सेवा अनुरक्षण कार्यक्रम) लागू कर दिया है। एसडीएम सदर रजनीकांत का कहना है कि एस्मा लगाया गया है। किसी भी लेखपाल को बगैर काम के वेतन का भुगतान नहीं किया जाएगा।
संग्रह अमीन संभालेंगे जिम्मेदारी
लेखपालों की हड़ताल से प्रमाण पत्रों के सत्यापन और जमीन की पैमाइश आदि काम प्रभावित हो रहा है। घुमर्रा गांव निवासी अमितेष (29) तहसील पहुंचे थे। आय प्रमाण पत्र की जानकारी के लिए भटकते रहे। किशनी के बसैत निवासी रामबेटी (45) भी आय प्रमाण पत्र लेने के लिए पहुंची, लेकिन कागज नहीं मिला। एसडीएम सदर रजनीकांत का कहना है कि हमारे दो लेखपाल हड़ताल पर नहीं हैं। अब संग्रह अमीनों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। सत्यापन आदि की प्रक्रिया उनके माध्यम से पूरी कराई जाएगी।