ईईसीएल कंपनी को शासन की फटकार, हो रही जांच
मैनपुरी जासं। तत्कालीन सपा सरकार द्वारा शहर में लगवाई गईं महंगी एलईडी लाइटों को ईईसीएल कंपनी की लाइटों से बदले जाने के काम को विधायक की शिकायत पर रोक जांच शुरू करा दी गई है। पुरानी लाइटों से दोबारा रोशनी कराने के लिए हेवेल्स कंपनी के इंजीनियरों को बुलाया गया है।
जासं, मैनपुरी: सपा सरकार में शहर में लगवाई गईं एलईडी लाइटों को बदलकर उनके स्थान पर दूसरी लगाई जा रही है। यह काम ईईसीएल कंपनी कर रही है। सदर विधायक की शिकायत पर लाइट लगाने का काम रोककर इसकी जांच शुरू करा दी गई है। पुरानी लाइटें सही कराने के लिए हेवेल्स कंपनी के इंजीनियरों को बुलाया गया है। विधायक और पालिका के बीच खींचतान में फिलहाल शहर की अधिकांश सड़कों पर अंधेरा पड़ा हुआ है।
सपा सरकार में वर्ष 2015 से 2017 के बीच शहर में दो हजार एलईडी लाइटें लगवाई गई थीं। कुछ दिन बाद ही ज्यादातर लाइटें खराब होने लगीं। सत्ता परिवर्तन के बाद नगर पालिका प्रशासन द्वारा उन लाइटों को बदलवाकर अब ईईसीएल कंपनी की लाइटों को लगवाया जा रहा है। पूरे शहर में 10275 लाइटें बदली जा चुकी हैं।
26 दिसंबर 2019 को सदर विधायक राजकुमार यादव राजू ने आपत्ति जताते हुए इसकी शिकायत शासन से की थी। अब शासन के निर्देश पर शहर में लाइटों को बदलवाने का काम रोक दिया गया है। साथ ही हेवेल्स कंपनी के अधिकारियों की टीम ने लाइटों के सर्वे का काम शुरू कर दिया है। विधायक का कहना है कि इन लाइटों में 100 रुपये कीमत का एक ड्रायवर डाला जाना है, जिसके बाद ये रोशनी देने लगेंगी। जब 100 रुपये के खर्च में शहर रोशन हो रहा तो पालिका द्वारा बेवजह का खर्च क्यों किया जा रहा है।
चेयरमैन ने ईईसीएल कंपनी के काम पर उठाए सवाल
चेयरमैन मनोरमा देवी का कहना है कि जो लाइटें ईईसीएल कंपनी द्वारा लगवाई जा रही हैं वे भी ज्यादा दिन नहीं चल रही हैं। लोगों द्वारा लगातार शिकायतें की जा रही हैं। उन्होंने कंपनी के अधिकारियों को पत्र भेजकर इनकी गुणवत्ता की जांच कराए जाने की मांग की है।
अंधेरे में है शहर
प्रकाश निरीक्षक राजनारायण सिंह चौहान का कहना है कि सपा शासनकाल में लगवाई गई लाइटों में से ज्यादातर खराब हैं। जिससे सड़कों पर अंधेरा पड़ा हुआ है। अब इस संबंध में सदर विधायक को ही निर्णय लेना है। यदि वे कहते हैं तो पुरानी लाइटों की मरम्मत के लिए टीम को बुलाया जाएगा। यदि वे चाहें तो ईईसीएल के पास भी ज्यादा एलईडी बल्ब वाली लाइटें हैं, उन्हें लगवाया जाए।
इन रास्तों पर लगी थीं महंगी लाइटें
शहर में सिधिया तिराहा से ज्योंति रोड, करहल चौराहा से नगला जुला, जेल चौराहा से ईशन नदी तिराहा, कुरावली तिराहा होते हुए शीतला माता मंदिर मार्ग, ट्रांजिट हॉस्टल से नगला पजाबा, कलक्ट्रेट होते हुए ऑफीसर्स कॉलोनी में लाइटें लगवाई गई थीं।