एडी हेल्थ ने टटोली अस्पताल की नब्ज, मिली खामियां
मैनपुरी जासं। कमिश्नर के दौरे से पहले बिगड़े हालातों को संभालने अपर निदेशक स्वास्थ्य आगरा मंडल जिला अस्पताल पहुंचे। पांच घंटों तक अस्पताल में ठहरकर व्यवस्था की नब्ज टटोली। खामियों की भरमार मिली। न दवाओं का स्टॉक पूरा मिला और न ही प्रचार-प्रसार की व्यवस्थाएं। खामियों पर फटकार लगाते हुए रिपोर्ट तैयार कर मंडलायुक्त को सौंपने की बात कही है।
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जासं, मैनपुरी : कमिश्नर के दौरे से पहले बिगड़े हालातों को संभालने अपर निदेशक स्वास्थ्य आगरा मंडल जिला अस्पताल पहुंचे। पांच घंटे तक अस्पताल में ठहरकर व्यवस्था की नब्ज टटोली। इस दौरान खामियों की भरमार मिली। न दवाओं का स्टॉक पूरा मिला और न ही प्रचार-प्रसार की व्यवस्थाएं। खामियों पर फटकार लगाते हुए रिपोर्ट मंडलायुक्त को सौंपने की बात कही है।
सोमवार सुबह नौ बजे एडी हेल्थ डॉ. एके मित्तल, डिविजनल कंसल्टेंट डॉ. विकास त्यागी और सांख्यिकीय अधिकारी नवीन चतुर्वेदी के साथ जिला चिकित्सालय पहुंचे। आयुष्मान भारत योजना की स्थिति संतोषजनक न मिलने पर कार्य में सुधार लाने की हिदायत दी। दवा वितरण कक्ष में दवाओं की उपलब्धता की जानकारी जुटाई। यहां दर्द निवारक मरहम के अलावा लगभग दर्जन भर जरूरी दवाएं कम मिलीं। इनकी डिमांड भेजने को कहा है। एनआरसी में कुपोषित बच्चों को भर्ती करने और उनके उपचार की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया।
होम्योपैथिक चिकित्सालय के चिकित्सकों ने कम जगह होने की शिकायत की। प्लास्टर रूम और इंजेक्शन रूम का भी हाल देखा। वार्डों में भर्ती मरीजों के पास बैठे तीमारदारों को बिस्तर के पास न बैठने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि यहां लापरवाही है। पूरे अस्पताल में योजनाओं का प्रचार-प्रसार ढंग से नहीं कराया गया है। पूरी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंपी जाएगी। बताइए, बुखार मापने का पैमाना क्या है
जेडी ने इमरजेंसी की स्थितियों पर हैरानी जाहिर की। सबसे ज्यादा बुखार के मरीज यहीं आ रहे हैं लेकिन किसी भी मरीज का बुखार मापने के लिए थर्मामीटर ही नहीं है। मिनी ओटी में हवा के पर्याप्त इंतजाम और औजार नहीं मिले। वार्ड में बिस्तरों को बढ़ाने के लिए कहा।