दान की धनराशि में हेर-फेर करने का आरोप
बाबा बर्फानी के नाम पर संचालित होने वाला धार्मिक संगठन श्री अमरनाथ सेवा मंडल इन दिनों सुर्खियों में है। मुख्य शाखा के प्रधान ने पूर्व जिला प्रमुख पर एक हजार रसीदों के साथ दान की धनराशि में हेर-फेर का आरोप लगाते हुए वसूली गई धनराशि को जमा कराने को कहा है। धर्म के नाम पर हुए खेल में लेन-देन को लेकर घंटों दोनों पक्षों के बीच नोकझोंक होती रही।
जागरण संवाददाता, मैनपुरी : बाबा बर्फानी के नाम पर संचालित होने वाला धार्मिक संगठन श्री अमरनाथ सेवा मंडल चर्चाओं में है। मुख्य शाखा के प्रधान ने पूर्व जिला प्रमुख पर एक हजार रसीदों के साथ दान की धनराशि में हेर-फेर करने का आरोप लगाते हुए वसूली गई धनराशि को जमा कराने को कहा है। धर्म के नाम पर हुए खेल में लेन-देन को लेकर घंटों दोनों पक्षों के बीच नोकझोंक होती रही।
श्री अमरनाथ सेवा मंडल करनाल स्थित मुख्य संस्था से प्रधान विजय ¨सह ¨सघला शुक्रवार को मैनपुरी पहुंचे। उन्होंने बताया कि हाल ही में बाबा बर्फानी के दर्शनों के लिए अजीतगंज से पहुंचे भक्त दिगेंद्र मिश्रा ने संस्था की एक रसीद दिखाई जिस पर मैनपुरी लिखा हुआ था। उनका कहना है कि संस्था की जिम्मेदारी संभाल रहे पूर्व जिला प्रमुख एके ¨सह परमार ने 2016 में संस्था छोड़ दी थी। इसके बाद ओम जय श्री अमरनाथ सेवा मंडल करनाल की शाखा के सदस्य बन गए। तब से उनका इस संस्था से कोई लेना-देना नहीं है। आरोप है कि पूर्व जिला प्रमुख ने वैशाली ¨प्र¨टग प्रेस करनाल से छापी गई रसीदें काटी हैं। भक्तों से दान शुल्क भी लिया है। ऐसी एक हजार रसीदों का कोई हिसाब नहीं मिला है। मामले में एके ¨सह परमार का कहना है कि कुछ रसीदें उनके पास आ गई थीं, जिनकी दान शुल्क को वे संस्था में जमा करा देंगे।