संसार में सुख-दुख का जोड़ा ही जीवन
मैनपुरी, कुसमरा : नगर के बेवर मार्ग पर स्थित भगवन्नू मठिया पर श्री रूद्र सेवा समिति के संयोजन में च
मैनपुरी, कुसमरा : नगर के बेवर मार्ग पर स्थित भगवन्नू मठिया पर श्री रूद्र सेवा समिति के संयोजन में चल रही राम कथा में आचार्य सुशील महाराज ने कहा कि जीवन में सुख-दुख का जोड़ा है। इस संसार में जन्म लेने वाले प्रत्येक प्राणी को मोह-माया का त्याग कर नि:स्वार्थ भाव से ईश्वर की पूजा करनी चाहिए।
आचार्य ने कहा कि संसार में जन्म लेने वाले प्राणी से भूल तो हो सकती है, भूल से अगर व्यक्ति सीख ले तो उसे भूल नहीं कह सकते। लेकिन संसार के प्राणी का यह स्वभाव बन चुका है कि भूल हो जाने के बाद भी वह इसको न मानकर अपने को सही साबित करने की कोशिश करता है। मनुष्य के सुधार का तो अवसर तब आता है, जब वह पहले अपनी भूल को स्वीकार करे। कथा पंडाल में रामनरायन मिश्रा, श्याम ¨सह कुशवाह, राजेश मिश्रा, श्रीकृष्ण शर्मा, सूरज सिसौदिया, कमल सविता, नरेश सविता, राधाकृष्ण स्वर्णकार, मन्नालाल हलवाई, राजीव गुप्ता, गिरजाशंकर हलवाई, ऋतिक पांडेय, शरद पांडेय, प्रशांत दीक्षित, अरुण कुमार मौजूद रहे। नगला बुधुआ में घूमी कलश यात्रा
करहल: नगला बुधुआ में मंगल कलश यात्रा के साथ 11 दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा शुरू हुआ। बिठूर से आए कथावाचक पंडित दीपक जी महाराज ने विधिवत मंत्र पढ़कर 51 कन्या के सिरों पर कलश रखा गया। कलश में जल भरकर उसे कथा स्थल पर विराजमान कराया गया। कथा वाचक दीपक महाराज ने कहा किसी भी कार्य की सफलता के लिए सबसे पहले देवगणों व पूर्वजों को श्रद्धा भाव से स्मरण करना चाहिए। नंदलाल पुर में भी सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ कलश यात्रा के साथ हुआ। कथा आयोजक दशरथ ¨सह व शशिप्रभा के संयोजन 51 कलशों के साथ यात्रा निकली।