वकीलों ने की हड़ताल, नहीं किया काम, मायूस लौटे वादकारी
साथी के खिलाफ हमले की रिपोर्ट दर्ज करने से नाराज कलक्ट्रेट व दीवानी के वकीलों ने हड़ताल रखकर कार्रवाई के लिए पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा। पुलिस अधीक्षक से निष्पक्ष जांच कर झूठा मामला निरस्त कराने की मांग की गई है। वकीलों की हड़ताल से वादकारी मायूस होकर लौट गए।
मैनपुरी (जागरण संवाददाता) । साथी के खिलाफ हमले की रिपोर्ट दर्ज करने से नाराज कलक्ट्रेट और दीवानी के वकीलों ने बुधवार को हड़ताल रखकर कार्रवाई के लिए एसपी को ज्ञापन सौंपा। एसपी से निष्पक्ष जांच कर झूठा मामला निरस्त कराने की मांग की गई। वकीलों की हड़ताल से वादकारी मायूस होकर लौट गए।
कलक्ट्रेट जिला बार एसोसिएशन के अधिवक्ता रामऔतार सिंह यादव का गांव के सुरेश के साथ विवाद है। आरोप है कि आठ नवंबर को सुरेश पक्ष ने अधिवक्ता को मारपीट कर घायल कर दिया था, जिसकी रिपोर्ट पुलिस अधिकारियों के हस्तक्षेप से अगले दिन थाना बरनाहल में दर्ज हो सकी थी। पुलिस ने अधिवक्ता की चोटों का डॉक्टरी परीक्षण भी कराया था। अधिवक्ता की रिपोर्ट दर्ज होते ही दूसरे पक्ष के सुरेश ने भी थाने पहुंचकर अधिवक्ता के खिलाफ घर में घुसकर मारपीट का मामला दर्ज करा दिया।
वकीलों के अनुसार अधिवक्ता के विरुद्ध दर्ज रिपोर्ट झूठी है। इसके बावजूद विवेचक दारोगा अधिवक्ता को फंसाने पर तुले हैं। वकीलों की हड़ताल से अदालतों में सन्नाटा पसरा रहा। वादकारी भटकते नजर आए। दीवानी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सौरभ यादव के नेतृत्व में वकीलों के प्रतिनिधि मंडल कलक्ट्रेट पहुंचा। उन्होंने जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश यादव से मुलाकात कर आंदोलन में सहयोग करने को कहा। बाद में दोनों एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रतिनिधि मंडल के साथ पुलिस अधीक्षक से मिले। उन्होंने ज्ञापन सौंपकर निष्पक्ष जांच की मांग की। एसपी अजय शंकर राय ने मामले की जांच सीओ करहल को सौंपी दी। - न्याय न मिला तो तेज होगा आंदोलन
ज्ञापन देने के बाद दोनों एसोसिएशन के अध्यक्षों ने संयुक्त रूप से बताया कि अधिवक्ता के साथ अन्याय किया जा रहा है। पूर्व में कई बार पुलिस अधिकारियों से मुलाकात कर जानकारी दी जा चुकी है। इसके बावजूद निष्पक्ष जांच नहीं हुई है। इसलिए आंदोलन का रास्ता अपनाया गया है। यदि न्याय न मिला तो आंदोलन को तेज किया जाएगा। - कासगंज प्रकरण पर जताया आक्रोश
कासगंज के अशोक नगर निवासी युवा अधिवक्ता अरविद की सोमवार शाम पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना की जानकारी मिलने पर यहां के वकीलों में भी बुधवार को आक्रोश फैल गया। जिले क वकीलों ने अधिवक्ता के हत्यारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने, पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता दिलाए जाने की मांग की है।