अनशनकारियों ने छोड़ा पानी, हलात बिगड़ी
नहीं पहुंचा कोई प्रशासनिक नुमाइंदा ग्रामीण जिद पर अड़े एलान हमारी मौत के बाद भी जागा प्रशासन तो कोई गम नहीं
किशनी(मैनपुरी) : ग्राम प्रधान के विरुद्ध भूख हड़ताल पर बैठे ग्रामीणों ने मंगलवार को जल का भी त्याग कर दिया। इसके चलते बुधवार को उनकी हालत खराब होने लगी। हड़ताल के आठवें दिन भी कोई भी प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। इससे नाराज ग्रामीणों ने कहा कि उनकी मौत के बाद ही अगर गरीबों को न्याय मिलेगा तो वे उसके लिए तैयार हैं।
पूर्व विकास खंड की ग्रामसभा फरेंजी के ग्रामीणों ने प्रधान शीला देवी यादव पर सरकारी योजना में लाभ दिलाने के नाम पर लाखों की वसूली का आरोप लगाते हुए भूख हड़ताल शुरू कर दी थी। प्रशासन की उदासीनता के चलते तयशुदा कार्यक्रम से ग्रामीणों ने मंगलवार को जल का त्याग कर दिया। नगर की सीएससी की डॉक्टरों की टीम ने उनका निरीक्षण किया और कुछ खाने-पीने की सलाह दी, लेकिन ग्रामीण अपनी जिद पर अड़े हुए हैं।
ग्रामीणों के अनुसार प्रशासन ग्राम प्रधान पति रमेश यादव को बचाया जा रहा है। आवास के लालच में ठगे गए गांव वालों का दर्द कोई भी सुनने को तैयार नहीं है। जब तक उनका पैसा वापस नहीं किया जाता है या प्रधान को जेल नहीं भेजा जाता, तब तक अनशन जारी रखेंगे। अनशन और धरने में नंदू कश्यप, केशराम, रविकुमार, मोहम्मद यूनिस, गोरेलाल, विजय, सालिगराम, मुकेश कुमार, रामप्रकाश, राजकुमार, श्रीकृष्ण, महेंद्र, वीरेंद्र कुमार, राजेंद्र कुमार, रामभजन, प्रमोद, मोहम्मद अकबर, अनिल कुमार शामिल रहे।