रसोई गैस की किल्लत, एजेंसी पर लगीं लंबी कतारें
पखवाडे़ भर से चल रही रसोई गैस की किल्लत अब उपभोक्ताओं के लिए मुसीबत बनने लगी है। कंपनियों से आपूर्ति प्रभावित होने की वजह से ग्राहकों को समय पर डिलीवरी नहीं हो रही है। स्थिति यह है कि सुबह होते ही एजेंसी पर लंबी लाइन लग रही है। पहले नंबर लगाने के लिए लोगों को धक्का-मुक्की का सामना भी करना पड़ रहा है।
मैनपुरी (जागरण संवाददाता) । पखवाडे़ भर से चल रही रसोई गैस की किल्लत अब उपभोक्ताओं के लिए मुसीबत बनने लगी है। कंपनियों से आपूर्ति प्रभावित होने की वजह से ग्राहकों को समय पर डिलीवरी नहीं मिल रही है। स्थिति यह है कि सुबह होते ही एजेंसी पर लंबी लाइन लग जाती है। पहले नंबर लगाने के लिए लोगों में जमकर धक्का-मुक्की भी होती है।
शहर में एलपीजी गैस की आपूर्ति प्रभावित होने की वजह से जिले में रसोई गैस का संकट गहराने लगा है। सबसे ज्यादा परेशानी भारत पेट्रोलियम के उपभोक्ताओं को हो रही है। शनिवार की सुबह छह बजे से रेलवे स्टेशन रोड स्थित सतीश गैस एजेंसी के बाहर ग्राहकों की भीड़ जुटना शुरू हो गई। सुबह 10 बजे तक रेलवे स्टेशन तक लंबी लाइन लग गई।
उपभोक्ताओं का कहना है कि सात से 10 दिन पहले मोबाइल पर ऑनलाइन बुकिग कराई थी लेकिन सिलिडर घर नहीं पहुंचा। एजेंसी द्वारा भी कोई सटीक जवाब नहीं दिया जा रहा है। शनिवार को भी ग्राहकों के बीच मारामारी की स्थिति रही। एजेंसी कर्मचारियों ने उन्हें समझा-बुझाकर शांत कराया। गैस की किल्लत करा सकती बवाल
रसोई गैस न मिलने से लोगों में आक्रोश पनप रहा है। देवपुरा निवासी सुरेश चंद्र, आवास विकास कॉलोनी निवासी रामपाल बिद, रामलीला मैदान निवासी कटोरी देवी का कहना है कि अपने सारे काम छोड़कर उन्हें सुबह से एजेंसी के बाहर लाइन लगानी पड़ रही है। यदि ऐसा ही रहा तो लोगों का आक्रोश भड़क सकता है। कंपनी के अधिकारियों से लगातार संपर्क साधा जा रहा है। हमारे स्तर से ग्राहकों को सुविधा देने के प्रयास किए जा रहे हैं। पर्चियां काटकर गोदाम से सिलिडर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। समस्या तो है। प्रयास है कि जल्दी दूर करा दी जाए।
सतीश चौहान, संचालक, भारत गैस एजेंसी, मैनपुरी। इस संबंध में किसी भी प्रकार की लिखित शिकायत नहीं मिली है। यदि वाकई किल्लत है तो संबंधित एजेंसियों से जानकारी करने के बाद आपूर्तिकर्ता कंपनी के अधिकारियों से भी बात की जाएगी। समस्या का निस्तारण कराया जाएगा।
यूआर खान
डीएसओ, मैनपुरी।