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53 राजस्व गांव की खतौनी से हटेंगे किसानों के नाम

भूमि अधिग्रहण के बाद मुआवजा ले चुके किसानों का नाम खतौनी से हटाकर सरकार के नाम दर्ज होगी जमीन एडीएम के निर्देश पर भोगांव और कुरावली तहसील में तेज हुई प्रक्रिया

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Jan 2022 06:25 AM (IST)Updated: Sun, 16 Jan 2022 06:25 AM (IST)
53 राजस्व गांव की खतौनी से हटेंगे किसानों के नाम
53 राजस्व गांव की खतौनी से हटेंगे किसानों के नाम

संसू, भोगांव: जीटी रोड के चौड़ीकरण में अधिग्रहीत की गई किसानों की हजारों बीघा जमीन अब सरकार के नाम दर्ज करने की कार्रवाई तेज कर दी गई है। कुरावली और भोगांव तहसील के 53 राजस्व गांव की जमीन का अमल दरामद कराया जा रहा है।

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जिले के बीच से होकर गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 34 जीटी रोड को उच्चीकृत कर फोरलेन बनाया जा चुका है। कुरावली और भोगांव तहसील में 144.782 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण हुआ है। एडीएम रामजी मिश्र ने दोनों तहसील के उपजिलाधिकारियों को इस संबंध में जल्द कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। एडीएम के अनुसार मुआवजा वाली जमीन का अमल दरामद कराकर कंप्यूटरीकृत खतौनी से किसानों के नाम पृथक किए जाएंगे। अधिकारियों के निर्देश पर इस कार्रवाई को तेज कर दिया गया है।

कुरावली के इन 22 गांव की जमीन होगी हस्तातरित: कुरावली तहसील के 22 व भोगांव तहसील के 31 राजस्व गांव के विभिन्न मजरों की अधिग्रहीत जमीन को सरकार के नाम किया जाना है। कुरावली क्षेत्र के गांव कल्यानपुर, शरीफपुर, हटऊ मुबारिकपुर, लखौरा, खिरिया पीपल, गंगा जमुनी, जमलापुर, सराय लतीफ, अशोकपुर, गंगापुर, मोहम्मदपुर, कुरहट, दिवरई, कुरावली, फतेहजंगपुर, सिरसा, नगरिया, महादेवा, जगतपुर, नगला ऊसर, नानामऊ, तिसौली, बिछवां, जैली जिरौली के अतिरिक्त भोगांव क्षेत्र के 31 गांव की सूची पहले ही तहसील प्रशासन को भेजी गई है। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को बना दिया लिपिक

संस, किशनी: नगर पंचायत किशनी में तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को फर्जी प्रस्ताव के जरिए लिपिक पद पर प्रोन्नत कर दिया गया। फर्जीवाड़ा सामने आया तो तत्कालीन ईओ, क्लर्क और आरोपित कर्मचारी के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर एफआइअर दर्ज कराई गई है।

कस्बा किशनी निवासी सिपाही राजबहादुर ने बताया कि वर्ष 2010 में दिनेश कुमार को नगर पंचायत किशनी में चतुर्थ श्रेणी के पद पर तैनात किया गया था। वर्ष 2018 में फर्जी प्रस्ताव के जरिए दिनेश कुमार को लिपिक के पद पर प्रमोशन कर दिया गया। जानकारी होने पर उन्होंने अधिकारियों को शिकायती पत्र दिया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस पर उन्होंने कोर्ट की शरण ली। फर्जीवाड़ा में शामिल रहे तत्कालीन ईओ दुर्गेश कुमार, लिपिक सलिल दुबे और आरोपित कर्मचारी दिनेश के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने की मांग की गई। कोर्ट के आदेश पर तीनों के खिलाफ थाना किशनी में मामला दर्ज कर लिया गया है। चेयरमैन अनिल मिश्रा ने बताया कि उन्हें एफआइआर की जानकारी नहीं है। पूर्व में डीएम से शिकायत की गई थी, जिसकी जांच चल रही है। एसओ किशनी धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है। जांच की जा रही है।


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