कार्य मुक्ति पत्र न मिलने पर भड़के जल निगम कर्मी
अधिशासी अभियंता जल निगम कार्यालय पर की नारेबाजी सौंपा ज्ञापन। चेतावनी दी जल्द ही समस्या का समाधान न किया गया तो वे डीएम से मिलेंगे। फोटो नं.09 जासं मैनपुरी मज
अधिशासी अभियंता जल निगम कार्यालय पर की नारेबाजी, सौंपा ज्ञापन फोटो नं.09 जासं, मैनपुरी: मर्ज किए जाने की प्रक्रिया को लेकर नाराज चल रहे जल निगम कर्मी कार्य मुक्ति पत्र न मिलने पर और भड़क गए। गुस्साए कर्मचारियों ने अधिशासी अभियंता कार्यालय परिसर में जमकर नारेबाजी करते हुए विभाग पर मनमानी का आरोप लगाया। समस्या के समाधान के लिए अधिशासी अभियंता को ज्ञापन सौंपा है।
शासन की व्यवस्था के तहत जल निगम में कई पदों को समाप्त कर वहां तैनात कर्मचारियों को निकायों से संबद्ध करने की प्रक्रिया चल रही है। लगभग दो महीनों से यह पक्रिया चल रही है। बुधवार की दोपहर उत्तर प्रदेश जल निगम जल संस्थान मजदूर यूनियन के पदाधिकारियों ने परिसर में बैठक के बाद नारेबाजी की। यूनियन के जिलाध्यक्ष बैंचेलाल शाक्य का कहना है कि कार्यालय द्वारा विभाग के 25 कर्मचारियों को निकायों में मर्ज किया जा रहा है। 16 नवंबर को हम सभी को कार्यमुक्त तो कर दिया गया, लेकिन कार्य मुक्ति पत्र किसी को भी नहीं दिया गया। आरोप है कि बुधवार को सभी 25 कर्मचारी कार्यालय में अपना कार्य मुक्ति पत्र लेने के लिए पहुंचे तो जिम्मेदारों ने हाथों हाथ देने की बजाय डाक द्वारा पत्र घर भेजे जाने की बात कहकर मामले को रफादफा करने की कोशिश की। बात न बनती देख कर्मचारियों ने कार्यालय परिसर में जमकर नारेबाजी करते हुए अधिशासी अभियंता को ज्ञापन सौंपा है। चेतावनी दी है कि यदि उनकी बात न सुनी गई तो वे जिलाधिकारी से शिकायत करेंगे। विरोध प्रदर्शन के दौरान राजकुमार, सुरेश सिंह यादव, बृजभूषण, देवेंद्र सिंह, अनिल कुमार, सत्यपाल सिंह, वेदराम, रामबाबू, श्रीकृष्ण, उर्मिला, आदेश कुमार, मलिखान सिंह आदि कर्मचारी उपस्थित थे। नियमानुसार प्रक्रिया संपन्न कराई जा रही है। बेवजह माहौल बनाकर व्यवस्था को बाधित करने का काम किया जा रहा है। सभी कर्मचारियों को उनके सहयोग के अनुसार ही मदद की जा रही है। बावजूद इसके संस्थान में इस प्रकार नारेबाजी करना अनुचित है। यदि किसी बात से परेशानी है तो उसकी लिखित शिकायत देनी चाहिए। सभी कर्मचारियों से बात करके उनकी समस्या का निदान कराने का प्रयास किया जाएगा।
मो. हाशिम, अधिशासी अभियंता
जल निगम।