मुहल्ला छपट्टी में नहीं चमकी विकास की किरण, वाशिंदे परेशान
मैनपुरी जासं। नगर पालिका के वार्ड नंबर 19 मुहल्ला छपट्टी के नारकीय हालात दूर होने का नाम नहीं ले रहे हैं। नाली और नालों की सफाई न होने से गलियां जलभराव से जूझ रही हैं। न तो फॉगिग कराई गई है और न ही दवा का छिड़काव। गंदगी के चलते मच्छरों की संख्या बढ़ रही है। बार-बार कहने के बावजूद पालिका प्रशासन के स्तर से वार्ड में कोई कार्य नहीं कराया गया।
जासं, मैनपुरी: नगर पालिका के वार्ड नंबर 19 मुहल्ला छपट्टी के नारकीय हालात दूर नहीं हो रहे। नाली और नालों की सफाई न होने से गलियां जलभराव से जूझ रही हैं। न तो फॉगिग कराई गई और न ही दवा का छिड़काव। गंदगी के चलते मच्छरों की संख्या बढ़ रही है। शिकायत के बावजूद पालिका प्रशासन के स्तर से वार्ड में कोई कार्य नहीं कराया गया।
छपट्टी में गंदगी का अंबार है। कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था पूरी तरह से ठप पड़ी है। पूरे वार्ड में एक भी कूड़ेदान नहीं रखवाया गया। इसकी वजह से यहां रहने वाले लोगों को सार्वजनिक स्थानों और प्लाटों में ही गंदगी फेंकनी पड़ रही है। समय पर उठान न होने से गंदगी सड़ रही है। दुर्गंध के चलते लोगों का बुरा हाल है। आवारा सूकरों पर पाबंदी के लिए भी कोई पहल नहीं की गई।
वार्ड में आवारा सूकर और श्वान दिन भर कचरे को फैलाते हैं। कई गलियों में नालियों का गंदा पानी भरा हुआ है। सफाई और निकासी न होने से लोगों को पानी के बीच से होकर ही अपने घरों के लिए जाना पड़ रहा है। कुछ हैंडपंप भी खराब पडे़ हुए हैं। बडे़ नालों से सिल्ट की सफाई न कराए जाने के कारण जल निकासी नहीं हो पा रही है। खराब पड़ीं लाइटें, सोलर पैनल ठप
वार्ड में चौराहों पर रोशनी के लिए सोलर लाइटें लगवाई गई थीं, लेकिन सुरक्षा के अभाव में इनकी बैटरियां चोरी हो गईं। काफी समय से लाइटें बंद पड़ी हुई हैं। सड़कों किनारे लगवाई गईं ज्यादातर लाइटें भी या तो खराब पड़ी हैं या फिर वे क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। ऐसे में रास्तों से गुजरने वाले लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
बोले लोग
वार्ड में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ठप है। न तो समय पर सफाई कर्मचारी आते हैं और न ही कूडे़ का उठान होता है। जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं।
सचिन पिपल।
नालों की सफाई नहीं कराई गई है। जिसकी वजह से पानी ओवरफ्लो होकर गलियों में भर रहा है। परेशान लोगों को गंदगी वाले पानी के बीच से ही गुजरना पड़ता है।
अंकित।
आवारा जानवर एक बड़ी समस्या हैं। पूरे वार्ड में इनकी चहलकदमी होती है। इन्हें पकड़वाने के लिए कई बार प्रार्थना पत्र दिए गए लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
महावीर सिंह।
पूरे वार्ड में एक भी कूड़ादान नहीं है। मजबूरी में लागों को खुले में ही कचरा फेंकना पड़ता है। यदि कूडे़दान रखवा दिए जाएं तो गंदगी से बहुत हद तक निजात मिल सकती है।
अर्जुन।
कई बार बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव रखा गया लेकिन आज तक किसी भी प्रस्ताव पर मुहर नहीं लग सकी है। फॉगिग के लिए भी लिखकर दिया गया है। नालों की सफाई कराई जाएगी ताकि जलभराव को दूर किया जा सके।
राजेंद्र बाबू, सभासद।