जागरण प्रभाव: हरकत में आया प्रशासन, 113 प्रार्थना पत्रों की होगी सुनवाई
सात जुलाई के अंक में जागरण ने उजागर किया था कैंसर पीड़ितों का दर्द डीएम ने लिया संज्ञान सात दिन में अग्रसारित करने के निर्देश।
मैनपुरी, जागरण संवाददाता। सरकारी लापरवाही उजागर करते हुए दैनिक जागरण ने सात जुलाई के अंक में 'सिस्टम के कैंसर से दम तोड़ रही इलाज की अर्ज' खबर प्रकाशित की। 24 घंटे भी न बीते कि हरकत में आए प्रशासन ने इस खबर का संज्ञान ले लिया। डीएम ने समीक्षा की तो जिले की सभी तहसीलों में 113 प्रार्थना पत्र लंवित मिले। फटकार लगाते हुए सप्ताह भर के अंदर सभी की आख्या भेजने के निर्देश दिए हैं।
जनप्रतिनिधियों द्वारा गंभीर बीमारियों से पीड़ित जरूरतमंदों की मदद के लिए प्रार्थना पत्र तहसीलों को भेजे जाते हैं। लेखपालों की रिपोर्ट लगने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों से होते हुए ये मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंचते हैं। जहां से जरूरतमंदों को आर्थिक सहायता उलपब्ध कराई जाती है। लेकिन, ऐसे प्रार्थना पत्रों को तहसीलों से बाहर आने ही नहीं दिया गया। जागरण ने जरूरतमंदों की पुकार को आवाज देते हुए प्रमुखता से खबर प्रकाशित की।
रविवार को जिलाधिकारी पीके उपाध्याय ने खबर का संज्ञान लेते हुए तहसीलदारों और उप जिलाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। डीएम ने कहा कि पूरे जिले में 113 प्रार्थना पत्रों पर संज्ञान ही नहीं लिया गया है। सर्वाधिक 32 प्रार्थना पत्र भोगांव तहसील में लंबित पडे़ हैं। करहल तहसील में 25, किशनी में 18, घिरोर और कुरावली में क्रमश: 15-13 और सदर तहसील में 12 प्रार्थना पत्र धूल फांक रहे हैं। डीएम ने सभी एसडीएम को निर्देश देते हुए कहा कि इन प्रार्थना पत्रों पर अपनी आख्या दें, ताकि जरूरतमंदों को मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से राहत उपलब्ध कराई जा सके।