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अवैध रीफिलिंग का खेल, एसडीएम ने छापा मार पकड़े 14 सिलिंडर

मैनपुरी जासं। प्रशासन की तमाम कोशिशों के बाद अवैध रीफिलिग का खेल बंद नहीं हो पा रहा है। जिले में दो दर्जन से अधिक स्थानों पर अवैध रीफिलिंग हो रही है। सोमवार रात एसडीएम ने गोल बाजार में अवैध रीफिलिंग के ठिकाने पर छापा मारते हुए 14 सिलिंडर जब्त किए हैं। आरोपित मौका पाकर फरार हो गया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 12 Nov 2019 10:18 PM (IST)Updated: Wed, 13 Nov 2019 06:05 AM (IST)
अवैध रीफिलिंग का खेल, एसडीएम ने छापा मार पकड़े 14 सिलिंडर
अवैध रीफिलिंग का खेल, एसडीएम ने छापा मार पकड़े 14 सिलिंडर

जासं, मैनपुरी: प्रशासन की तमाम कोशिशों के बाद अवैध रीफिलिग का खेल बंद नहीं हो पा रहा है। जिले में दो दर्जन से अधिक स्थानों पर बेखौफ गैस की रीफिलिग की जा रही है।

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सोमवार रात गोलाबाजार निवासी श्रवण कुमार एक मारुति वैन में रिफलिग कर रहा था, तभी एसडीएम सदर रजनीकांत ने वहां पहुंच गए। कार्रवाई के दौरान श्रवण कुमार फरार हो गया। मौके से 14 सिलिडर और रीफिलिग की मशीन बरामद हुई है। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है।

एक सप्ताह पहले जल गई थी मारुति वैन

गुरुवार को देवी रोड पर अवैध रीफिलिग के दौरान एक मारुति वैन धूं-धूंकर जल गई थी। इस समाचार को दैनिक जागरण द्वारा प्रकाशित भी किया गया था, लेकिन जिम्मेदारों द्वारा इस घटना की ओर से आंखें मूंद ली गई। जांच के लिए भी कोई मौके पर नहीं पहुंचा।

कौन उपलब्ध कराता है सिलिडर: अवैध रीफिलिग के लिए गैस सिलिडर एजेंसियों के अलावा किसी अन्य स्थान से मिलना संभव नहीं है। हर बार छापेमारी में बड़ी संख्या में गैस सिलिडर बरामद हो रहे हैं। इससे सवाल भी उठने लगे हैं। रीफिलिग के लिए रसोई गैस के सिलेंडर कहां से आते हैं। इन्हें कौन उपलब्ध करा रहा है, इसको लेकर भी प्रशासन अभी तक जानकारी जुटाने में सफल नहीं हो सका है।

जिले में एकमात्र एलपीजी गैस रीफिलिग सेंटर है, जो लंबे अरसे से संचालित नहीं हो रहा है। दूसरी ओर जिले में पांच हजार से अधिक एलपीजी से वाहन संचालित हैं। आखिर इन वाहनों को एलपीजी कहां से मिलती है, इस सवाल पर एक ही जवाब आता है कि अवैध रूप से गैस की रीफिलिग की जा रही है।

चार माह पहले डीएम के निर्देश पर शहर में चार स्थानों पर छापेमारी हुई थी। उस दौरान बड़ी संख्या में सिलिंडर व रीफिलिग मशीनें बरामद हुई थी। उस दौरान अवैध कारोबार बंद हो गए थे, अब फिर से शुरू हो गए हैं।


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