सब हैं तैयार, होली में उड़ेगा सौहार्द और सद्भाव का गुलाल
रंगों में रंगे त्योहार होली को करीब आते देख हर मन पुलकित है। जोरदार तरीके से तैयारी की जा रही हैं। आज होगा होलिका दहन। रात 8.22 बजे बाद है शुभ मुहूर्त।
मैनपुरी (जागरण संवाददाता) । होलिका दहन आज (बुधवार) को होगा। प्रेम, सद्भाव व एकता के विविध रंगों में रंगे इस त्योहार के करीब आते ही हर शख्स का मन पुलकित हो उठा है। मौज-मस्ती, रवानी, व तैयारी का हफ्ते भर पहले से छाया सुरूर अब शबाब पर पहुंच चुका है। बच्चों में उत्सुकता कुछ ज्यादा ही देखी जा रही है।
होली के रंग में सराबोर होने के लिए लोग पूरे उत्साह के साथ खरीदारी में जुटे हैं। खासकर रंग व पिचकारी की दुकानों पर तो बुधवार को गजब की भीड़ रही। अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बाजार में खड़ा होने की जगह नहीं थी। आचार्य तिलकेंद्र शेखर त्रिपाठी ने बताया कि इस साल होलिका दहन 20 मार्च को भद्रा 8:22 बजे के बाद किया जाएगा। उस समय परंपरा के अनुसार होलिका का पूजन कर उसे जलाया जाएगा। होलिका के पास जाएं तो बरतें सावधानी
होलिका दहन के दौरान विशेष रूप से सावधानी बरतनी चाहिए। बड़े-बुजुर्गो का कहना है कि बच्चों को इससे दूर रखें। सिथेटिक कपड़े पहन कर आग के पास नहीं जाना चाहिए। इनमें आग तत्काल पकड़ लेती है। कहीं-कहीं विद्युत तारों के नीचे ही लोग होलिका जलाने लगते हैं। ऐसे में कभी-कभी तार गर्म होकर टूट जाते हैं जिससे बड़ा हादसा हो सकता है। कतिपय लोग अज्ञानतावश होलिका दहन में प्लास्टिक व रबर वगैरह भी डाल देते हैं। यह सेहत के ²ष्टिकोण से काफी घातक हैं। सूर्यास्त के बाद करें पूजन
आचार्य तिलकेंद्र शेखर त्रिपाठी ने बताया कि होलिका पूजन सूर्यास्त के बाद करें। अबीर गुलाल मिश्रित जल से होलिका का पूजन करना चाहिए। उपले, नए अनाज की बालियां चढ़ानी चाहिए। होलिका दहन के बाद प्रात: के समय में गन्ने को भूनने के साथ ही होलिका में मिष्ठान अर्पित करना चाहिए। होलिका में नए अनाज की भुनी बालियां खाने चाहिए। होलिका से पवित्र कर गन्ना चूसना चाहिए।