प्रकृति स्वस्थ रहेगी तभी बेहतर होगी ¨जदगी
जागरण की मुहिम संस्कारशाला के तहत बुधवार को राइ¨जग सन इंटर कॉलेज में संस्कारों की पाठशाला लगाई गई। वक्ताओं ने बच्चों को सीख दी कि वह पर्यावरण संरक्षण के लिए आगे आएं। घर में और आसपास के लोगों को इसके लिए प्रेरित करें।
किशनी (मैनपुरी) : जागरण की मुहिम संस्कारशाला के तहत बुधवार को राइ¨जग सन इंटर कॉलेज में संस्कारों की पाठशाला लगाई गई। वक्ताओं ने बच्चों को पर्यावरण को हो रहे नुकसान के खतरों की जानकारी दी। उनको पर्यावरण सरंक्षण के लिए प्रेरित किया और शपथ भी दिलाई।
संस्कारशाला में प्रधानाचार्य राहुल तोमर ने कहा कि विकसित होते मानव जीवन में हम पर्यावरण का महत्व भूल गए हैं। प्रदूषण बढ़ रहा है और लोगों में गंभीर बीमारियां जन्म ले रही हैं। प्राकृतिक आपदाएं भी आ रही हैं। पृथ्वी पर मनुष्य जीवन के अनुकूल पर्यावरण बनाने में प्रकृति को कई लाख साल लग गए, लेकिन अब हमें इसकी फिक्र नहीं रही। प्रदूषण इतना बढ़ रहा है कि कई शहरों में सांस लेना तक दूभर है, इसके बावजूद भी हम अपनी जिम्मेदारियों से भाग रहे हैं। अब समय आ गया है बच्चे अपने घरों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाएं। वह लोगों को पॉलीथिन का प्रयोग न करने, अधिक से अधिक पौधरोपण करने के लिए प्रेरित करें। कार्यक्रम में बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण की शपथ ली। कार्यक्रम में सत्येंद्र तोमर, विनय यादव, उदयवीर यादव, शिवपाल शाक्य, आसुतोष, प्रीती, ज्योति, सुमन मौजूद रहे। बढ़ता प्रदूषण हमारे जीवन के लिए खतरनाक है। हमें इसे रोकने के लिए हरियाली को बचाना होगा। जरूरी है कि ज्यादा पेड़ लगाए जाएं।
विशाल, छात्र पर्यावरण को हो रहा नुकसान असल में हमारा ही नुकसान है। यदि पर्यावरण बेहतर नहीं होगा तो लोगों में बीमारियां बढ़ेंगी। हमें जागरूक होना चाहिए।
सोनम, छात्रा पॉलीथिन पर्यावरण के लिए सबसे खतरनाक है। यह प्रतिबंधित हैं, परंतु अब भी चल रही है। इसे हमें खुद ही छोड़ना होगा। तभी पर्यावरण की रक्षा हो सकेगी।
अनिल, छात्र मैं अब दूसरों को भी पर्यावरण के महत्व के बारे में बताऊंगी। पॉलीथिन का प्रयोग नहीं करूंगी। सबसे कहूंगी कि वह भी पेड़ लगाएं और पॉलीथिन छोड़ दें।
खुशी, छात्रा