खतरनाक हुआ जीटी रोड, हर कदम पर हादसे का खतरा
फोरलेन निर्माण के चलते कई जगह पर डायवर्जन संकेतक और न ही रिफ्लेक्टर कोहरा में वाहन चालकों को पता नहीं चलते डायवर्जन और यू टर्न आए दिन हो रहे हादसे
संदीप मिश्रा, बिछवां: जीटी रोड को फोरलेन बनाने का काम कोहरे के सीजन में खतरे का सबब बन गया है। निर्माण के चलते जिले में जगह-जगह डायवर्जन, यू टर्न तो बनाए, लेकिन सड़क सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम यहां नहीं किए गए हैं। ज्यादातर जगहों पर न तो कोई संकेतक लगा है और न ही रिफ्लेक्टर। कोहरा के समय वाहन चालकों को ये मोड़ नजर ही नहीं आते। इससे आए दिन हादसे होते रहते हैं।
फोरलेन का कार्य पूरे जिले में चल रहा है, परंतु सड़क सुरक्षा के उपायों की सबसे ज्यादा अनदेखी बिछवां क्षेत्र में नजर आती है। यहां कई जगह पुल, अंडरपास आदि का निर्माण चल रहा है। सड़क बनाने का काम भी साथ-साथ हो रहा है। बिछवां थाने से आगे, नगला इमलिया, पुलिस चौकी के सामने, सहित कई जगहों पर डायवर्जन किए गए हैं। परंतु इनसे पहले या बाद में ऐसे कोई संकेतक नहीं लगे हैं, जिससे वाहन चालकों को इसकी जानकारी हो सके। सुबह-शाम कोहरा छाए रहने के समय तो स्थिति और खतरनाक हो जाती है। नियमानुसार कोहरे के सीजन में निर्माण कार्य के आसपास संकेतक, रिफ्लेक्टर, रेडियम पट्टी आदि लगानी चाहिए, परंतु ये कहीं नजर नहीं आ रही हैं। ऐसे में आए दिन वाहन पलटने और जाम लगने की स्थिति बन रही है। फोरलेन निर्माण कार्य के दौरान जहां-जहां जरूरत है, वहां बड़े पत्थरों को संकेतक की तरह लगाया गया है। पूर्व में सामान्य बोर्ड लगाए थे, जो लोगों द्वारा तोड़ दिए जाते थे।रविशंकर, प्रोजेक्ट मैनेजर एपको हाईवे के निर्माण से गांव में भर रहा पानी
संसू, बिछवां: कस्बा क्षेत्र में हाईवे की सर्विस रोड के साथ एक नाले का भी निर्माण कराया जा रहा है। इसके चलते पास स्थित मकानों के रास्ते पर कीचड़ युक्त गंदा पानी भर गया है। इससे मुहल्ले के लोग नहीं निकल पा रहे हैं। क्षेत्र के रुख्शाद खान, अशफाक खान, रवाना बेगम, लाल मोहम्मद, शमीम, दिलशाद, रिजवान, गुड्डू आदि ने जल निकासी की व्यवस्था कराने की मांग की है। ये बोले क्षेत्रीय लोग
सड़क के किनारे कहीं भी संकेतक आदि नहीं लगाए गए हैं। इससे सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। आए दिन हादसे हो रहे हैं, लेकिन कार्यदाई संस्था मौन है। विनोद चौहान, बिछवां
पुल का निर्माण मेरे घर के सामने ही हो रहा है। यहां कोई बोर्ड नहीं लगाया गया है। ऐसे में वाहन अधूरे पुल पर चढ़ जाते हैं, जो बाद में लौटते हैं। अमरचंद, बिछवां
कोहरे में वाहन खुदी पड़ी सड़क पर चले जाते हैं। बड़े वाहनों को निकालने के लिए जेसीबी और क्रेन की मदद लेनी पड़ती है। लाल सिंह, बिछवां
कार्यदायी संस्था को हर जगह सड़क सुरक्षा के लिहाज से इंतजाम करने चाहिए। जब तक यह नहीं होगा, हादसों का खतरा बना रहेगा। टिकू, धारापुर स्पाट-1: बिछवां थाने के नजदीक यू टर्न है। परंतु इससे पहले यू-टर्न की जानकारी देने वाला कोई संकेतक नहीं लगाया गया है। डायवर्जन के लिए बड़े-बड़े पत्थर रख दिए गए हैं, ऐसे में कुरावली की ओर से आने वाले वाहनों को यू टर्न की पहले से जानकारी नहीं हो पाती। ऐसे में मोड़ पर वाहन दुर्घटना ग्रस्त होते रहते हैं।
स्पाट-2: नगला इमलिया रोड से हाईवे पर चढ़ने के लिए रास्ता बनाया गया है। यहां गिट्टी डाल रखी है, लेकिन इससे पहले कोई संकेतक आदि नहीं लगाया गय है। इससे वाहन चालकों को डायवर्जन की जानकारी नहीं होती। कोहरे में हादसे होते रहते हैं।
स्पाट-3 : कस्बा बिछवां के नजदीक पुलिस चौकी के सामने सड़क निर्माण के लिए काफी गहरी खोदाई की गई है। परंतु सुरक्षा के लिए इसके बगल से कोई रोक नहीं बनाई गई। ऐसे में कोहरा के दौरान वाहन चालकों को खोदाई वाला हिस्सा नजर नहीं आता और हादसा हो जाता है।
स्पाट-4: भोगांव से कुरावली की तरफ जाने के लिए बिछवां के नजदीक पुल का निर्माण कार्य चल रहा है। परंतु यहां न तो पुल का कार्य जारी होने का कोई बोर्ड लगा है न ही डायवर्जन का। ऐसे में वाहन सीधे अधूरे पुल पर चढ़ जाते हैं। चालकों को यहां से वापस लौटने में परेशानी होती है।