आइजीआरएस में शिकायतों का कर दिया फर्जी निस्तारण
समीक्षा बैठक में जिले के नोडल अधिकारी ने दिखाया आइना बोले दोबारा ऐसा हुआ तो संबंधित पर कार्रवाई होगी।
मैनपुरी, जागरण संवाददाता। शासन के विशेष सचिव और जिले के नोडल अधिकारी नरेंद्र सिंह पटेल ने सोमवार को यहां विकास, राजस्व और कर-करेत्तर की समीक्षा की। बैठक उन्होंने बताया रविवार शाम उन्होंने आइजीआरएस, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के 48 प्रकरणों में फरियादियों से बात कर निस्तारण की स्थिति जानी। 31 फरियादियों ने जांच अधिकारी व कर्मचारी के मौके पर न जाने तथा जांच से संतुष्ट न होने की बात कही। इस पर उन्होंने कहा कि जिन प्रकरण में मौके पर जाकर निस्तारण किया जाना हो, उन्हें मौके पर जाकर, फरियादी की संतुष्टि के बाद ही किया जाए। बिना फरियादी के संतुष्ट हुए और मौके पर जाए बिना निस्तारण किया गया तो संबंधित अधिकारी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई अमल में लायी जाएगी।
उन्होंने अंतरविभागीय समन्वय के लंबित प्रकरणों, भूमि, धनराशि के अभाव के कारण लंबित परियोजनाओं, कार्यों का विवरण, धनाभाव के कारण अधूरी परियोजना, कब्जा मुक्त कराई भूमि का विवरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
उन्होने कहा कि गभर्वती महिलाओं को मिलने वाले सभी लाभ समय से मिलें, ब्लॉकवाइज मॉनीटरिग की जाए। मुख्य चिकित्साधिकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कितनी गभर्वती महिलाएं हैं, कितनी रजिस्टर्ड है, कितने बच्चे पैदा हुए, किन-किन गभर्वती महिलाओं को लाभ मिला है, इन सबका डाटा उपलब्ध कराएं। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र शंकरपुर में डाक्टरों को तैनात कर तत्काल चालू कराया जाए।
14 वें, राज्य वित्त आयोग के तहत कार्यों का सत्यापन कराने संबंधी पूर्व में दिए गए आदेश के बाद भी अमल न करने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा डीएम, सीडीओ सहित अन्य उच्चाधिकारियों के माध्यम से रैण्डम आधार पर ग्राम पंचायतों में कराए गए कार्यों का सत्यापन कराया जाए। डीसी एनआरएलएम क्षेत्र में जाकर स्वयं सहायता समूहों का निरीक्षण करें। सौभाग्य योजना का निरीक्षण और राशन सीडिग काम में तेजी लाई जाए। बैठक में डीएम प्रमोद कुमार उपाध्याय, सीडीओ कपिल सिंह, एएसपी ओम प्रकाश, सीएमओ डॉ. एके पांडेय, प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी दिनेश चन्द्र शुक्ला, परियोजना निदेशक एससी मिश्र सहित अन्य संबंधित अधिकारी, कार्यदायी संस्थाएं आदि उपस्थित रहे।